मुंबई: मुंबई में रेप के एक मामले (Rape Case) में सह आरोपी न बनाने के लिए कथित तौर पर एक व्यक्ति से सात लाख रुपये लेते समय एक पुलिस उप-निरीक्षक को हिरासत (Custody) में ले लिया गया. 


सात लाख रुपये लेते हुए पकड़ा


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महाराष्ट्र एंटी करप्शन ब्यूरो (Maharashtra Anti Corruption Bureau) के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पीएसआई भरत लक्ष्मण मुंडे (33) मुंबई में एन.एम. जोशी मार्ग थाने से एफिलिएटेड है. सोमवार को जाल बिछाकर उसे 7 लाख रुपये लेते हुए पकड़ लिया गया. 


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अधिकारी का बयान


अधिकारी ने कहा, 'मुंडे ने अपने लिए 5 लाख, एक वरिष्ठ निरीक्षक के लिए 2 लाख और बलात्कार पीड़ित (Rape Victim) के लिए 30 लाख रुपये मांगे थे. महिला ने शिकायतकर्ता के संबंधी के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था. मुंडे द्वारा धमकाए जाने के बाद शिकायतकर्ता ने एसीबी (ACB) का रुख किया.' 


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ऐसे मामले बिगाड़ते हैं माहौल


भारत (India) में रेप के बढ़ते केसेस ने लड़कियों के लिए खौफनाक माहौल पैदा किया हुआ है. ऐसे घिनौने अपराध (Crime) के चलते लोग अपनी ही बेटियों को कैद होने पर मजबूर कर देते हैं. लेकिन वाकई में जिन दरिंदों से सवाल पूछना चाहिए उन लोगों पर हमारा समाज (Society) उंगली उठाने से परहेज करता है.


(इनपुट - भाषा)


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