Draupadi Murmu & PM Modi: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बहुत ज्यादा फोन पर बात करना पसंद नहीं है. अपने जीवनकाल में इसी वजह से उन्होंने एक बेहद अहम फोन कॉल छोड़ दी थी. दरअसल यह फोन किसी आम जगह नहीं बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय यानी (PMO) से आया था. उनको यह बताया जाना था कि एनडीए की तरफ से उन्हें राष्ट्रपति पद का कैंडिडेट बनाया जा रहा है. यह दावा एक किताब द्रौपदी मुर्मू: फ्रॉम ट्राइबल हिंटरलैंड टू रायसीना हिल में किया गया है, जो पत्रकार कस्तूरी रे ने लिखी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जब पीएमओ से कॉल आई तो बिकाश चंद मोहंतो अपना फोन लेकर द्रौपदी मुर्मू के घर की तरफ भागे. यह घटना 21 जून 2022 की है. मोहंतो झारखंड में मुर्मू के ओएसडी भी रह चुके हैं. इस किताब में द्रौपदी मुर्मू के टीचर से लेकर राष्ट्रपति बनने तक के सफर के बारे में बताया गया है. 


पूरे देश की थीं निगाहें


दरअसल जिस दिन पीएमओ से कॉल आई, उस दिन वह ओडिशा के रायरंगपुर में थीं. पूरे देश में निगाहें इस ओर लगी थीं कि एनडीए की ओर से कौन राष्ट्रपति पद का कैंडिडेट होगा. 


किताब के मुताबिक, बिजली नहीं होने की वजह से द्रौपदी मुर्मू और उनकी फैमिली न्यूज नहीं देख पा रही थी. लेकिन कुछ संकेत साफ थे. इसके बाद न्यूज चैनल्स पर खबरें चलने लगीं. किताब में आगे लिखा है,'इसके बाद द्रौपदी मुर्मू के घर लोगों का जमावड़ा लगने लगा. उन्होंने सबको अंदर बुलाया और चर्चा की. वह ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करती थीं इसलिए उसको दूर रखा हुआ था. शायद यही वजह है कि उन्होंने कई महत्वपूर्ण कॉल्स मिस कर दीं, जिसमें उनकी लाइफ की सबसे अहम कॉल भी शामिल थी.'


किताब के मुताबिक, पीएमओ की ओर से  बिकाश चंद्र मोहंतों से कहा गया कि वह द्रौपदी मुर्मू की उनसे बात कराएं. रायरंगपुर में मेडिकल स्टोर चलाने वाले बिकाश तुरंत मुर्मू के पास पहुंचे. तब मुर्मू को यह पता नहीं था कि उन्होंने कितनी अहम कॉल मिस की है. मुर्मू को मोहंतो ने अपना फोन दिया. कॉल पर दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी थे. 


मुर्मू से क्या बोले मोदी


किताब में रे ने लिखा, 'द्रौपदी मुर्मू को यह तो मालूम था कि राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए वह एनडीए की चॉइस थीं. पीएम मोदी से उन्होंने पूछा कि क्या वह जिम्मेदारी उम्मीद के मुताबिक निभा पाएंगी तो पीएम ने उनको भरोसा दिलाया.'


मुर्मू ने इसके बाद सांसदों और विधायकों की बैठक में बताया, 'पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह गवर्नर रहते हुए उन्होंने झारखंड की देखभाल की, उसकी तरह मुझे उम्मीद है कि आप इस जिम्मेदारी को भी अच्छी तरह निभाएंगी.'