नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अगले तीन वर्षों के दौरान गांवों में लगभग दो करोड़ नए घर बनाए जाएंगे. संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के तहत बने घरों की रजिस्ट्री में भी महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘इस योजना में अगले तीन वर्षों के दौरान गांवों में लगभग दो करोड़ नए घर बनाए जाएंगे.’’ 


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कोविंद ने कहा कि ‘उज्ज्वला योजना’ द्वारा धुएं से मुक्ति, ‘मिशन इंद्रधनुष’ के माध्यम से टीकाकरण, ‘सौभाग्य’ योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन, इन सभी का सर्वाधिक लाभ ग्रामीण महिलाओं को मिला है. उन्होंने अपने संबोधन में शहरी परिवहन के बुनियादी ढांचे के विकास पर भी बल दिया. राष्ट्रपति ने कहा कि शहरी परिवहन बुनियादी ढांचा आज की जरूरतों के साथ-साथ, भविष्य के लिए भी तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचा के निर्माण के साथ ही शहरों में प्रदूषण की समस्या के समाधान पर भी बल दिया जा रहा है. 


कोविंद ने कहा, ‘‘मेरी सरकार एक ऐसी परिवहन व्यवस्था का निर्माण कर रही है जिसमें गति और सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण का भी ध्यान रखा जाए. इसके लिए सार्वजनिक परिवहन को मजबूत बनाने पर विशेष बल दिया जा रहा है.अनेक शहरों में, मेट्रो नेटवर्क के विस्तार में तेज़ी लाई जा रही है.’’ उन्होंने कहा कि ‘वन नेशन, वन कार्ड’ की व्यवस्था शुरु की जा चुकी है. इसी तरह, प्रदूषण रहित यातायात के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है. शहरों में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम तेज़ी से हो रहा है.