Rajiv Gandhi Assassination: ‘राजीव गांधी की हत्या पर प्रियंका ने पूछे थे सवाल, पिता को याद कर रो पड़ी थीं’- नलिनी श्रीहरन
Rajiv Gandhi Assassination Case: सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी हत्याकांड में करीब तीन दशक से उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी श्रीहरन और पांच अन्य शेष दोषियों को समय से पहले रिहा करने का शुक्रवार (11 नवंबर) को निर्देश दिया था.
Rajiv Gandhi Assassination Case: पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के मामले में रिहा हुई दोषियों में से एक नलिनी श्रीहरन ने रविवार को यहां कहा कि प्रियंका गांधी ने उनसे वर्ष 2008 में वेल्लोर सेंट्रल जेल में मुलाकात के दौरान अपने पिता राजीव गांधी की हत्या के बारे में पूछा. नलिनी ने आगे कहा कि जब प्रियंका गांधी जेल में उनसे मिलीं तो भावुक हो गईं और रो पड़ीं.
श्रीहरन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ’प्रियंका गांधी मुझसे जेल में मिलीं और उन्होंने मुझसे अपने पिता की हत्या के बारे में पूछा. वह अपने पिता के लिए भावुक हो गई. वह रोई भी.’ नलिनी ने कहा कि वह जो कुछ भी जानती थी, उसके बारे में उन्हें बता दिया. नलिनी ने कहा कि मुलाकात में हुई अन्य बातों का खुलासा नहीं किया जा सकता क्योंकि यह प्रियंका के निजी विचारों से संबंधित है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुई रिहा
बता दें सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी हत्याकांड में करीब तीन दशक से उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी श्रीहरन और पांच अन्य शेष दोषियों को समय से पहले रिहा करने का शुक्रवार (11 नवंबर) को निर्देश दिया था. नलिनी के अलावा उसके पति वी. श्रीहरन उर्फ मुरुगन, आर.पी. रविचंद्रन, संतन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार को भी रिहा करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया. श्रीहरन, संतन, रॉबर्ट और जयकुमार श्रीलंकाई नागरिक हैं जबकि नलिनी और रविचंद्रन तमिलनाडु से ताल्लुक रखते हैं.
पति को जल्द से जल्द रिहा करने की अपील
श्रीहरन ने तमिलनाडु सरकार से त्रिची स्पेशल कैंप से अपने पति को जल्द से जल्द रिहा करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की अपील की. नलिनी ने कहा, ‘सोमवार को मैं त्रिची स्पेशल कैंप में अपने पति से मिलने जा रही हूं. हमने शादी की है और हमारा एक बच्चा है जो विदेश में रहता है. मेरी बेटी अपने पिता से मिलने के लिए बहुत उत्साहित है. मैं वास्तव में तमिलनाडु में कुछ जगहों पर जाना चाहती हूं और मुख्य रूप से स्वर्गीय कमला सर मेमोरियल देखना चाहती हूं. मैं अभी अपने पति से नहीं मिल सकती इसलिए फिलहाल खुश नहीं हूं. मैं तमिलनाडु सरकार से उन्हें जल्द से जल्द शिविर से रिहा करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध करती हूं.
‘गांधी परिवार की बहुत आभारी हूं’
नलिनी आगे कहा कि वह उन सभी लोगों से मिलना चाहती हैं जिन्होंने इस केस से बाहर आने में उसकी मदद की है, ‘मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मिलना चाहती हूं और वास्तव में उन्हें धन्यवाद देना चाहती हूं. मैं गांधी परिवार की बहुत आभारी हूं. अगर मुझे उनसे मिलने का मौका मिला तो मैं उनसे मिलने के लिए तैयार हूं.’
बता दें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरम्बुदूर में चुनावी रैली के दौरान एक महिला आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी.
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