ढेर सारा खाने के बाद यह क्या करने लगा ब्लैक होल! जेम्स वेब टेलीस्कोप ने ब्रह्मांडीय राक्षस को रंगे हाथ पकड़ा
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ढेर सारा खाने के बाद यह क्या करने लगा ब्लैक होल! जेम्स वेब टेलीस्कोप ने ब्रह्मांडीय राक्षस को रंगे हाथ पकड़ा

James Webb Space Telescope Image: जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने प्रारंभिक ब्रह्मांड में एक सुपरमैसिव ब्लैक होल को बहुत अधिक खाने के बाद 'झपकी' लेते हुए पकड़ा है.

ढेर सारा खाने के बाद यह क्या करने लगा ब्लैक होल! जेम्स वेब टेलीस्कोप ने ब्रह्मांडीय राक्षस को रंगे हाथ पकड़ा

Supermassive Black Hole Discovery: भरपेट भोजन के बाद हमें तो बड़ी नींद आती है. एक नई खोज बताती है कि ब्रह्मांड के सबसे बड़े राक्षसों यानी सुपरमैसिव ब्लैक होल्स भी 'झपकी' लेते हैं. एस्ट्रोनॉमर्स की एक इंटरनेशनल टीम ने एक सुपरमैसिव ब्लैक होल को 'सोते हुए' देखा है. उन्होंने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) की मदद से, प्रारंभिक ब्रह्मांड में निद्रालीन इस ब्लैक होल की खोज की. उनकी खोज से जुड़ा रिसर्च पेपर बुधवार को 'नेचर' पत्रिका में छपा है.

शुरुआती ब्रह्मांड में मिला विशालकाय राक्षस

JWST की मदद से खोजा गया यह 'निष्क्रिय' सुपरमैसिव ब्लैक होल बिग बैंग के 800 मिलियन साल बाद अस्तित्व में आया था. यह ब्रह्मांडीय राक्षस गैलेक्टिक गैस और धूल के एक विशेष रूप से बड़े भोजन के बाद शांत पड़ गया. JWST ने पहले भी ब्रह्मांड के शुरुआती एक अरब साल में सुपरमैसिव ब्लैक होल खोजे हैं लेकिन यह ब्लैक होल अपने विशाल आकार के कारण सबसे अनोखा है.

सूर्य के लगभग 400 मिलियन गुना बड़े द्रव्यमान के साथ, यह JWST द्वारा प्रारंभिक ब्रह्मांड में देखा गया सबसे विशाल ब्लैक होल है. यह खोज इस रहस्य को और जटिल बनाती है कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में सुपरमैसिव ब्लैक होल इतनी जल्दी इतने बड़े कैसे हो गए.

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क्यों चौंका रहा है यह ब्लैक होल?

इस सुपरमैसिव ब्लैक होल का द्रव्यमान इसलिए भी हैरान करता है क्योंकि जब ऐसे ब्लैक होल आमतौर पर लोकल (और हाल के) ब्रह्मांड में पाए जाते हैं, तो उनके पास अपने मेजबान आकाशगंगा के द्रव्यमान का लगभग 0.1% होता है. इस सुपरमैसिव ब्लैक होल का द्रव्यमान इसकी मेजबान आकाशगंगा के द्रव्यमान के लगभग 40% के बराबर है.

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वैज्ञानिकों को उम्मीद थी कि इस तरह के विशाल ब्लैक होल में बहुत ज्यादा मात्रा में गैस होगी और इस तरह यह बढ़ता रहेगा. हालांकि, अपने विशाल आकार के बावजूद, यह ब्लैक होल अपने विकास के लिए जरूरी गैस को बहुत कम दर से खा रहा है, जो इसकी सैद्धांतिक अधिकतम सीमा से लगभग 100 गुना कम है. रिसर्चर्स के अनुसार, यह अनिवार्य रूप से निष्क्रिय हो गया है.

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ब्रह्मांडीय मॉडलों को चुनौती दे रहीं JWST की खोजें

यह ब्लैक होल और प्रारंभिक ब्रह्मांड में ऐसे और सुपरमैसिव ब्लैक होल्स की खोज कर JWST ने वैज्ञानिकों को सिर खुजाने पर मजबूर कर दिया है. ब्रह्मांड में इतनी जल्दी इतना बड़ा ब्लैक होल, लेकिन जो बढ़ नहीं रहा है, ब्लैक होल के विकास के मौजूदा मॉडलों को चुनौती देता है. हालांकि, रिसर्चर्स का कहना है कि सबसे पॉसिबल सिनारियो यह है कि ब्लैक होल थोड़े समय के लिए बहुत तेजी से बढ़ते हैं, उसके बाद लंबे समय तक निष्क्रिय रहते हैं.

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