Amritpal Singh: लोकसभा सांसद की शपथ के लिए अलगाववादी अमृतपाल सिंह को 4 दिनों की पैरोल, पंजाब विधानसभा उपचुनाव लड़ेंगे 3 साथी कैदी
Khadoor Sahib Parliamentary Constituency: लोकसभा चुनाव 2024 में पंजाब की खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से अमृतपाल सिंह ने लगभग 1.97 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल को शपथ ग्रहण के लिए पैरोल मिली है.
Waris Punjab De Chief Amritpal Singh: असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को लोकसभा सांसद के रूप में शपथ लेने के लिए चार दिन की पैरोल दी गई है. अलगाववादी संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के 5 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कक्ष में शपथ लेने की उम्मीद है. दो दिन पहले ही नेशनल इन्वेस्टिगेश एजेंसी (एनआईए) ने अमृतपाल सिंह को सांसद की शपथ लेने की इजाजत दी थी.
एनएसए के तहत जेल में बंद अमृतपाल सिंह ने जीता लोकसभा चुनाव
अमृतपाल सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत जेल में बंद रहने के दौरान हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव 2024 में पंजाब के खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से लगभग 1.97 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी.चुनाव मैदान में निर्दलीय उतरे अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह का चुनाव अभियान उनके परिवार के सदस्यों और विभिन्न पंथिक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा चलाया गया था. चुनाव में जीतने के बाद लोकसभा सांसद के रूप में शपथ ग्रहण नहीं होने से मौजूदा संसद सत्र में उसकी भागीदारी नहीं हो पाई थी.
फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने दिया था पैरोल का संकेत
इससे पहले फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने बुधवार सुबह को ही संकेत दिया था कि अमृतपाल सिंह 5 जुलाई को जेल से सीधे लोकसभा अध्यक्ष के कक्ष में आकर शपथ ग्रहण कर सकते हैं. सरबजीत ने दिल्ली में स्पीकर ओम बिरला से उनके आवास पर मुलाकात के बाद इसका खुलासा किया था. सरबजीत सिंह खालसा पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों में से एक बेअंत सिंह के बेटे हैं. उन्होंने भी लोकसभा चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पंजाब के फरीदकोट संसदीय क्षेत्र से जीत हासिल की थी.
अमृतपाल सिंह को गिरफ्तारी के बाद पहली बार मिला बाहर आने का मौका
एनएसए के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह को गिरफ्तारी के बाद पहली बार पैरोल पर बाहर निकलने का मौका मिला है. खडूर साहिब लोकसभा सीट पर अमृतपाल सिंह ने 4,04,430 वोट पाकर जीत हासिल की थी. उसके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को 2,07,310 वोट मिले थे. अमृतपाल की जीत के बाद डिब्रूगढ़ जेल में बंद उसके तीन साथियों ने भी अब आगामी पंजाब विधानसभा उपचुनाव में गिद्दड़बाहा, बरनाला और बाबा बकाला विधानसभा क्षेत्रों से मैदान में उतरने की घोषणा की है.
अमृतपाल सिंह के आवेदन पर तमाम जरूरी जांच के बाद शर्तों के साथ पैरोल
रिपोर्ट के मुताबिक, जेल सुपरिटेंडेट, पंजाब पुलिस, पंजाब सरकार और लोकसभा स्पीकर तक अमृतपाल के आवेदन के बाद अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी ने अमृतपाल सिंह के पैरोल के आवेदन पर तमाम जरूरी जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसकी सिफारिश आगे बढ़ाई. अमृतपाल को पांच जुलाई से 9 जुलाई तक के लिए सशर्त पैरोल दी गई है. जिला प्रशासन की तरफ से डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन को पैरोल की शर्ते भी बता दी गई है.
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मार्च, 2023 में अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी, और एक साल के लिए बढा एनएसए
मार्च, 2023 में गिरफ्तारी के बाद अमृतपाल सिंह अपने तीन साथियों के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद है. इन सबकी की हिरासत अवधि 24 जुलाई, 2024 को समाप्त होनी थी. उसके बाकी छह साथियों की हिरासत की अवधि 18 जून को समाप्त होनी थी. क्योंकि आम तौर पर एनएसए के आदेश एक वर्ष के लिए प्रभावी होते हैं. हालांकि, अमृतपाल सिंह और उसके नौ साथियों पर एनएसए को और एक साल के लिए बढ़ाया दिया गया है. पंजाब सरकार के इस कदम को अमृतपाल सिंह और उसके साथियों के खिलाफ बड़ी निर्णायक कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है.
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