Opposition Alliance: कहीं दोस्ती में अड़चन तो किसी को दुश्मनी के `मोल` की चिंता, पूरब से पश्चिम तक `INDIA` की राह में कितने रोड़े?
Lok Sabha Election : लोकसभा चुनावों के लिए एनडीए तैयार है. BJP इलेक्शन मोड में है. विपक्ष पीएम मोदी (PM Modi) का विजय रथ रोकने के लिए `UPA` को `INDIA` बना चुका है. विपक्षी एकता का ये दांव कितना कामयाब होगा इस पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि I.N.D.I.A की राह में पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक कई रोड़े हैं.
Lok Sabha Election 2024: पटना (Patna) के बाद बेंगलूरु में होने वाली विपक्षी दलों की मीटिंग (Opposition parties meeting) में कुल 26 पार्टियों के बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया. विपक्षी महाजुटान के दौरान 'UPA' का नाम बदलकर 'INDIA' कर दिया गया. बैठक के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) नदारद रहे. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) तक ये दल वाकई एक मंच पर टिके रह सकेंगे. क्योंकि किसी को किसी की दोस्ती मंजूर नही हैं तो किसी को दुश्मनी के 'मोल' की चिंता सता रही है. नए गठबंधन की राह में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान से लेकर बिहार और बंगाल तक रोड़े ही रोड़े हैं. यूपी की भी बात ही अलग है.
AAP के विरोध में PPCC और DPCC
पंजाब के सियासी दिग्गजों के मुताबिक पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PPCC) ने आम आदमी पार्टी की मौजूदगी के खिलाफ सीधी ताल ठोक दी है. पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और प्रताप सिंह बाजवा जैसे कई नेताओं ने विपक्षी गठबंधन में AAP की एंट्री पर नाराजगी जताते हुए विरोध किया है. पंजाब कांग्रेस का कहना है कि हम AAP से लड़ रहे हैं. कांग्रेस (Congress) को टारगेट करके हमारे नेताओं को वह लगातार जेल भेज रहे हैं. इसलिए पंजाब में AAP का हमारे साथ आना संभव नहीं है. वहीं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (DPCC) भी कुछ ऐसी उहापोह में है. केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस का समर्थन लेने की AAP की कोशिशों के दौरान अजय माकन ने ट्वीट करके सीधे आम आदमी पार्टी और केजरीवाल पर निशाना साधा था. गौरतलब है कि AAP ने दिल्ली पर लंबे समय तक राज करने वाली कांग्रेस को 'शून्य' तक पहुंचा दिया. खांटी कांग्रेसी नेता ये बात अभी तक पचा नहीं पाए हैं.
8 राज्यों में कैसे होगा सीट समझौता?
ऐसे में सवाल है कि क्या दिल्ली और पंजाब की सत्ता में बैठी AAP, कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ेगी? दूसरी बात ये कि क्या कांग्रेस पार्टी राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में AAP को सीटें देगी? अरविंद केजरीवाल की पार्टी दिल्ली की सभी सात और पंजाब की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. AAP सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी दिल्ली की सभी 7 और पंजाब की सभी 13 सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. हरियाणा में भी यही मुश्किल है. पंजाब फतह के बाद AAP की निगाह हरियाणा पर है. हरियाणा में एक पेंच ये भी फंसा है कि यहां तो कांग्रेस और आईएनएलडी में नहीं बनती. बंगाल में TMC और कांग्रेस के बीच यही हाल है.
बंगाल में बीजेपी (BJP) का ठीक ठाक मौजूदगी और मजबूती है. बंगाल पंचायत चुनाव में अभी कुछ दिन पहले ममता ने कांग्रेस को बीजेपी की B टीम कहा था तो अधीर ने TMC को चोरों की पार्टी. वहीं I.N.D.I.A में शामिल वाम दल भी कह चुके हैं कि TMC के साथ गठबंधन नहीं हो सकता.
वहीं महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) शिवसेना और एनसीपी (NCP) में हुए दोफाड़ की वजह से कमजोर है. वहां भी सीट शेयरिंग फार्मूला निकालने के दौरान जमकर जंग हो सकती है. दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी (UP Lok Sabha Election 2024) से होकर जाता है. वहां बीजेपी ट्रिपल इंजन की सरकार के साथ अभूतपूर्व मजबूत स्थिति में है. यूपी में समाजवादी पार्टी की अपनी चुनौतियां है. बीएसपी किसी की तरभ न होने के बावजूद एक बड़ा फैक्टर है. बिहार में नीतीश की पार्टी जेडीयू और राजद (RJD) और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग आसान नहीं होगा. ऐसे में विपक्षी एकता के नाम पर गठबंधन का नाम बदल देने भर से INDIA की राह में जो रोड़े हैं, वो कैसे दूर होंगे ये फिलहाल कोई नहीं जानता है.