चंडीगढ़: कृषि कानूनों (Agriculture Law) के विरोध में पिछले करीब 25 दिनों से दिल्ली की सीमाओं (Delhi Borders) पर किसानों का शांतिपूर्ण आंदोलन (Farmers Protest) चल रहा है. लेकिन रविवार को खबर आई है कि हाल ही में प्रदर्शन से वापस लौटे 22 साल के एक युवा किसान ने जहरीला पदार्थ पीकर कथित तौर पर आत्महत्या (Farmer Suicide) कर ली है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उक्त किसान गुरलाभ सिंह पंजाब (Punjab) के बठिंडा जिले में दयालपुरा मिर्जा गांव का रहने वाला था. परिजनों ने बताया कि शनिवार देर रात ही गुरलाभ दिल्ली सीमा से अपने गांव लौट कर आया था. लेकिन अगले ही दिन उसने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. समय रहते परिजन उसे पास के अस्पताल में भी ले गए थे लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं पुलिस ने कहा कि आत्महत्या के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चला है. 


ये भी पढ़ें:- वायरल हुआ 'बेवफा चाय वाला', पत्नी के सताए पतियों को फ्री में पिलाता है चाय


26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर जारी है आंदोलन
गौरतलब है कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हजारों किसान, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 26 नवंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बताते चलें कि सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए 9 डॉक्टरों की एक टीम ने रविवार को दो दिवसीय चिकित्सा शिविर लगाया. इस टीम में आंखों के डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट और फिजिशियन शामिल हैं. इसमें उन प्रदर्शनकारियों का इलाज किया जाएगा जिन्हें आंखों से संबंधित परेशानी है. ये डॉक्टर पंजाब में गढ़शंकर से आए हैं.


ये भी पढ़ें:- Pakistan में गरीबी से जान दे रहे लोग! PM इमरान खान बोले- 'हम क्या करें'


सिंघु बॉर्डर पर 2 दिवसीय मेडिकल शिविर का आयोजन
करीब एक महीने से सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान कड़ाके की ठंड, धूल और प्रदूषण की वजह से आंखों में खुश्की, पानी आने और अन्य समस्याओं की शिकायत कर रहे हैं. इसी के चलते डॉक्टरों की एक टीम उनकी जांच के लिए आई है. इस अस्थायी शिविर में आंखों की जांच करने वाले उपकरण, लुब्रिकेंट, एंटीबॉडी और एलर्जी रोधी आईड्राप सहित 70 हजार रुपये के सामान हैं. उन्होंने कहा कि समस्या का सामना कर रहे प्रदर्शनकारियों को इन दवाओं से अस्थायी राहत मिलेगी.


LIVE TV