पाकिस्तान पर कर्ज की रकम 105 अरब अमेरिकी डॉलर के करीब है. यह रकम 43 देशों की संयुक्त जीडीपी के बराबर है.
पत्रकार ने सवाल पूछा कि, 'इमरान कहते हैं कि दो लाख वेतन में उनका गुजारा नहीं होता तो लोग 17-18 हजार में कैसे गुजारा करेंगे? इस पर इमरान ने जवाब दिया कि इसका हल यह है कि देश की दौलत बढ़ाएं. इस पर पत्रकार ने वापस पूछा कि जब तक ऐसा नहीं होता तो लोग खुदकुशी कर लें? इस पर इमरान ने कहा- 'क्या करें अब?...अब क्या करेंगे मुझे बताएं.'
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, आबादी के मामले में दुनिया में छठे स्थान पर पहुंचा पाकिस्तान का एक बड़ा हिस्सा बेरोजगार है. पाकिस्तान की 64 प्रतिशत आबादी 30 साल की उम्र के नीचे है जबकि युवा बेरोजगारी दर 8.5 प्रतिशत है. रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान में 80 प्रतिशत युवा मजदूर या तो अनपढ़ है या उसके पास स्किल्स की कमी है. इसका एक कारण पाकिस्तान के प्राइवेट सेक्टर में ट्रेनिंग की कीमत काफी ज्यादा होना भी है. जिसकी वजह से लोग इसका खर्च उठा नहीं पाते हैं.
गौरतलब है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है. ऐसी स्थिति में सऊदी अरब से रिश्ते बिगड़ने के बाद 2 अरब डॉलर का कर्ज भी पाकिस्तान को वापस करना पड़ रहा है. आलम ये है कि इस कर्ज को वापस करने के लिए अब पाकिस्तान अपने दोस्त चीन से मदद मांग रहा है. विशेषज्ञों की मानें तो सऊदी अरब को एक बिलियन डॉलर चुकाने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) के केंद्रीय बैंक का विदेशी मुद्रा भंडार अब 13.3 बिलियन डॉलर का रह गया है. अगर पाकिस्तान इसमें से अगले महीने भी कर्ज की आखिरी किस्त के रूप में एक बिलियन डॉलर चुकाता है तो उसे भुगतान संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा पाकिस्तान (Pakistan) अब बेजुबानों के खून से पैसा कमाने में जुट गया है. इमरान खान (Imran Khan) सरकार ने कतर के शेख तमीम बिन हमद अल-थानी और उनके परिवार के 14 अन्य सदस्यों को हुबारॉ (Houbara) पक्षियों के शिकार की अनुमति दे दी है. जबकि हुबारा पक्षियों की तेजी से कम हो रही तादाद के चलते न केवल दुनियाभर में बल्कि पाकिस्तान में भी इसका शिकार वर्जित है. इसके बावजूद इमरान खान ने पैसों के लालच में पक्षियों के शिकार की अनुमति प्रदान कर दी है.
पाकिस्तान में बढ़ती गरीबी की बात तो पहले आ गई हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि पाकिस्तान पर जितना कर्ज का बोझ है, उतनी 43 छोटे देशों की संयुक्त अर्थव्यवस्था है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की 2018 की रैंकिंग के मुताबिक पाकिस्तान 39वें स्थान पर है. पाकिस्तान की जीडीपी 0.31 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर है. और कोरोना काल में इसे गहरी चोट पहुंची है.
पाकिस्तान पर कर्ज की रकम 105 अरब अमेरिकी डॉलर के करीब है. यह रकम 43 देशों की संयुक्त जीडीपी के बराबर है. इनमें किरीबाती, सामोआ, सेशेल्स, गांबिया, एंटिगुआ और बरबुडा, भूटान, मध्य अफ्रीका, लाइबेरिया, बुरुंडी, सुरीनेम, दक्षिण सूडान, सिएरा लियोन, मालदीव, बरबाडोज, फिजी जैसे देश शामिल हैं. इन 43 देशों की संयुक्त अर्थव्यवस्था करीब 107 अरब अमेरिकी डॉलर है.
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