नई दिल्ली: भाजपा प्रमुख अमित शाह ने आर्थिक रूप से कमजोर तबके को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के मोदी सरकार के फैसले को गरीब परिवारों के युवाओं को ‘‘तोहफा’’ बताया और कहा कि वर्षों से तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे राजनीतिक दलों के लिए यह सीख की तरह है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कैबिनेट को ‘‘न्यायसंगत निर्णय’’ के लिए बधाई देते हुए शाह ने कहा कि इस कदम से गरीब परिवारों के करोड़ों युवाओं को न्याय मिलेगा और ‘‘उन्हें अपना भविष्य आकार देने का उचित मौका मिलेगा.’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दशकों से लंबित इस न्यायसंगत निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पूरी कैबिनेट को बधाई देता हूं.’’


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भाजपा द्वारा जारी एक बयान में शाह ने कहा कि सामान्य श्रेणी से गरीब युवाओं को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के फैसले से उनके सुनहरे भविष्य के लिए द्वार खुलेगा. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘देश के हर वर्ग के आर्थिक स्वावलंबन के प्रति मोदी सरकार की कटिबद्धता न सिर्फ प्रशंसनीय है बल्कि सालों से तुष्टिकरण की राजनीति करते आ रहे दलों के लिए एक सीख भी है.


उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों की शाखा में सीटों की संख्या 10 प्रतिशत बढ़ाकर सुनिश्चित किया जाएगा कि आरक्षण से मेधावी छात्र प्रभावित नहीं हों. शाह ने कहा, ‘‘सरकार का वर्तमान के अजा/अजजा/ओबीसी वर्ग को दिये जाने वाले आरक्षण को यथावत रख आर्थिक रूप से कमजोर अन्य वर्ग को अतिरिक्त 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का निर्णय न सिर्फ ऐतिहासिक है बल्कि यह हमारे देश के एक बड़े वर्ग के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक मजबूत कदम है.


इनपुट भाषा से भी