लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को संसद परिसर में मछुआरों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. हालांकि, इस मुलाकात के लिए राहुल गांधी को संसद की रिसेप्शन पर आना पड़ा. मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि हमारा हक बनता है कि हम किसी से भी मिल सकें, लेकिन सरकार ऐसा करने नहीं दे रही. कांग्रेस पार्टी का कहना था कि मछुआरों के प्रतिनिधियों को राहुल गांधी के कक्ष तक जाने की अनुमति नहीं दी गई, इसलिए राहुल गांधी ने उनसे रिसेप्शन पर ही मुलाकात की.


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इस पर राहुल गांधी ने कहा, "मेरी जिंदगी कुछ ज्यादा मुश्किल हो गई है (माई लाइफ बिकम बिट मोर डिफिकल्ट), पहले उधर ही मिल लेता था, अब यहां आना पड़ता है."



इस मुलाकात को लेकर राहुल गांधी ने यह भी कहा कि हम लोग विपक्ष में हैं और यह सब कुछ चलता रहता है. जब किसानों का प्रतिनिधिमंडल आया था तब स्पीकर ने सदन को कहा कि उन्हें रोका नहीं जा रहा है, लेकिन अब फिर से रोक दिया गया है. उनका कहना था कि मछुआरों के इन प्रतिनिधियों को उनके कक्ष तक आने के लिए पास जारी नहीं किए गए.


इससे पहले राहुल गांधी किसानों के प्रतिनिधिमंडल, सफाई कर्मचारियों व अन्य लोगों से संसद भवन स्थित अपने कक्ष में मुलाकात कर चुके हैं. दो दिन पहले मंगलवार को किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी.



किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ राहुल गांधी की यह मुलाकात संसद भवन स्थित उनके कार्यालय में हुई. प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त किसान मोर्चा के 11 सदस्य शामिल थे. इस दौरान राहुल गांधी ने किसानों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी और कर्ज मुक्ति जैसे मुद्दों पर बात की.


उन्होंने इन मुद्दों को लेकर सरकार पर दबाव डालने की बात कही. 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने एमएसपी पर कानूनी आश्वासन की अपनी मांग दोहराई थी. इसके अलावा किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने देश भर के किसानों द्वारा झेली जाने वाली समस्याओं को भी राहुल गांधी के समक्ष रखा था.