Leader Of Opposition: तमाम कयासों के बीच आखिरकार इंडिया गठबंधन ने राहुल गांधी को लोकसभा में नेता विपक्ष चुन लिया गया है. लोकसभा स्पीकर चुनाव से महज एक दिन पहले इंडिया गठबंधन की बैठक ने यह फैसला लिया है. इस तरह अगले पांच साल संसद में राहुल गांधी बनाम पीएम मोदी की बिसात बिछ गई है. हाल के चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस के हौंसले बुलंद हैं. ऐसे में राहुल गांधी को लोकसभा में नेता विपक्ष चुना जाना उनके राजनीतिक करियर के लिए भी अहम पड़ाव है. फिलहाल इस बार के कयास पहले से ही थे.


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असल में इंडिया गठबंधन ने मंगलवार शाम को बैठक बुलाई थी. वैसे तो यह बैठक लोकसभा चुनाव के स्पीकर के लिए थी लेकिन इन सबके बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता पर चर्चा हुई और आखिरी निर्णय पर मुहर भी लग गई. 


दस साल बाद लोकसभा में नेता विपक्ष


यह संयोग ही है कि लोकसभा में दस साल बाद नेता विपक्ष सामने आएगा. मोदी सरकार के पहले दो कार्यकाल में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के सदन में 10 फीसदी नंबर भी नहीं जुट पाए थे. इसके बाद उन्हें नेता विपक्ष या प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं मिल पाया था. इस बार कांग्रेस सांसदों की संख्या 99 है ऐसे में पहले से ही उम्मीद थी कि जल्द ही नेता विपक्ष का ऐलान हो जाएगा. 


संसद में पीएम मोदी बनाम राहुल गांधी


फिलहाल कांग्रेस की तरफ से प्रोटेम स्पीकर को राहुल गांधी का नाम भेज दिया गया है. इसके साथ ही यह तय हो गया है कि अगले पांच साल लोकसभा में पीएम मोदी बनाम राहुल गांधी की जंग देखने को मिलेगी. यह भी संयोग ही है कि पीएम मोदी बार-बार कहते आए हैं कि वे चाहते हैं कि विपक्ष मजबूत हो. उनकी बात जनता ने शायद सुन ली और कांग्रेस पहले से मजबूत स्थिति में आ गई है.