Uma Bharti: ट्रेन में TTE के बर्ताव से भड़कीं उमा भारती, रेल मंत्री तक यूं पहुंचाई बात
Indian Railways Tweet: बीजेपी (BJP) की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने अपने भोपाल सफर के दौरान एक टीटीई के बरताव को लेकर सीधे केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Rail Mantri Ashwini Vaishnav) तक शिकायत पहुंचाई है.
Uma Bharti tweet: बीजेपी (BJP) की फायर ब्रांड नेता रही उमा भारती की नाराजगी का एक मामला रेलवे मंत्रालय तक पहुंचा है. बीते गुरुवार को अपने ट्रेन के एक सफर के दौरान उन्हें एक टीटीई का बर्ताव इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने फौरन इसकी शिकायत रेल मंत्री से करने में देर नहीं लगाई. उमा भारती के साथ ये वाकया शताब्दी एक्सप्रेस में सामने आया. उन्होंने ट्वीट कर रेल मंत्री से अपनी शिकायत कर दी है.
रेल मंत्रालय तक पहुंचा मामला
एक के बाद एक उमा भारती ने करीब 5 ट्वीट करते हुए विस्तार से पूरा घटनाक्रम साझा किया है. उमा भारती ने ट्वीट में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्रालय, पश्चिम मध्य रेलवे को भी टैग किया है. उन्होंने अपने पहले ट्वीट में यह लिखा कि 'जब से नई दिल्ली भोपाल शताब्दी ट्रेन शुरू हुई है, तब से मैं इस ट्रेन में यात्रा करती हूं. मैं पहले खजुराहो से सांसद थी, तब झांसी से बैठती थी फिर भोपाल से सांसद हो गई. शताब्दी में खूब बैठी. लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि मुझे आज शताब्दी ट्रेन मैं झांसी से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की यात्रा के दौरान शिकायत करनी पड़ी है.'
अपने अगले ट्वीट में उमा भारती ने लिखा, 'मैं झांसी से बैठी, तो मेरा डिब्बा पूरा खाली था. वहां मेरे सुरक्षाकर्मी मेरी देखरेख के लिए आना जाना कर रहे थे. अचानक बीना स्टेशन के बाद करीब 4-5 टीटी लोगों का झुंड आया. वो उसी डिब्बे में पीछे आकर बैठा. उनका बर्ताव, यूनिफॉर्म और उनका व्यवहार उनकी जिम्मेवारी के अनुरूप नहीं था. मेरी सुरक्षाकर्मियों की शिकायत पर ट्रेन सुपरिंटेंडेंट ने स्थितियों को नियंत्रित किया. मेरे सुरक्षाकर्मियों ने इस विषय को लेकर रेलवे से शिकायत की है. हमारी भोपाल झांसी नई दिल्ली की शताब्दी ट्रेन की छवि बहुत अच्छी है लेकिन यह कृत्य देखकर मुझे अब उसकी छवि की चिंता सता रही है.
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सीधी और बिना किसी लागलपेट के दो टूक अपनी बात रखती हैं. उनकी यह खासियत रही है कि उन्होंने सियासत में हमेशा पद नहीं बल्कि संघर्ष को चुना है, इसी वजह से उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पद से पल भर में इस्तीफा दे दिया था. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को वह हमेशा अपना भाई बताती हैं, लेकिन समय समय पर वो कुछ मुद्दों को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती हैं.