Maharashtra Vidhan Sabha Chunav: मुंबई की माहिम सीट का मामला फंस गया है. इस सीट से महाराष्‍ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के पुत्र अमित ठाकरे सियासी पारी का आगाज कर रहे हैं. यहां से अभी शिवसेना के विधायक सदानंद सरवणकर हैं. अब सत्‍तारूढ़ महायुति (बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी) में से बीजेपी ने इस सीट से अमित ठाकरे को समर्थन देने का फैसला किया है, बस इसी बात से पेंच फंस गया है. इस बारे में डिप्‍टी सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा था कि भाजपा और मुख्यमंत्री शिंदे के बीच माहिम विधानसभा क्षेत्र में मनसे उम्मीदवार अमित ठाकरे का समर्थन करने पर एक सहमति बनी थी. उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेताओं ने तर्क दिया कि अगर पार्टी चुनाव नहीं लड़ती है, तो उसके मतदाता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) की ओर चले जाएंगे. भाजपा अमित का समर्थन करने के लिए तैयार थी और अभी भी अपने रुख पर अडिग है.’’


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इसके बाद माहिम विधानसभा सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे शिवसेना विधायक सदानंद सरवणकर ने गुरुवार को स्पष्ट कर दिया कि वह अपनी पार्टी की सहयोगी भाजपा द्वारा अमित ठाकरे को समर्थन देने के बावजूद चुनाव मैदान से नहीं हटेंगे. सरवणकर ने न्‍यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा, “मेरे चुनावी मुकाबले से हटने का कोई सवाल ही नहीं है.” भाजपा की सहयोगी एवं राज्य में सत्तारूढ़ ‘महायुति’ के प्रमुख घटक शिवसेना के सूत्रों ने भी कहा कि पार्टी मनसे उम्मीदवार अमित ठाकरे का समर्थन करने के पक्ष में है लेकिन सरवणकर की कीमत पर नहीं.


कुल मिलाकर अब मामला ऐसा है कि मनसे उम्मीदवार अमित ठाकरे, सीएम शिंदे की शिवसेना के मौजूदा विधायक सरवणकर और विपक्षी उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के महेश सावंत के खिलाफ मैदान में हैं. यानी मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार बन गए हैं.


संजय राउत का हमला
इससे पहले बुधवार को राज ठाकरे ने कहा था कि मनसे और भाजपा चुनाव के बाद साथ आ जायेंगी एवं अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा. इस बयान के जवाब में शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, भाजपा की इसलिए तारीफ कर हैं क्योंकि उन्हें अपने बेटे अमित ठाकरे की फिक्र है. राउत ने पत्रकारों से कहा, ‘‘जिस व्यक्ति का बेटा चुनाव लड़ रहा हो, उसकी मानसिकता समझी जा सकती है. जो व्यक्ति कभी कहता था कि भाजपा को महाराष्ट्र से भगा देना चाहिए तथा अमित शाह एवं नरेंद्र मोदी को राज्य में घुसने नहीं देना चाहिए, वह आज भाजपा की तारीफ कर रहा है.’’


उन्होंने कहा, ‘‘राज ठाकरे जानते हैं कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी से (अगला) मुख्यमंत्री होगा.’’ गौरतलब है मनसे महायुति का हिस्सा नहीं है. राज ठाकरे ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ प्रचार किया था. बाद में उन्होंने अपना रुख बदल लिया. उन्‍होंने इस वर्ष के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का समर्थन किया था. 


महाराष्ट्र में नामांकन वापस लेने की आखिरी तिथि चार नवंबर है. 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और परिणाम तीन दिन बाद घोषित किए जाएंगे.