जयपुर: राजस्थान (Rajsthan) में महिलाएं लव जेहाद (Love Jihad) के खिलाफ सख्त कानून चाहती हैं और इस मांग को लेकर कुछ समूहों के बीच आम सहमति भी बनी है. महिलाओं के ये संगठन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) से जल्द ही कानून लाने की मांग कर रहे हैं.


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तेजी से बढ़ रहे लव जेहाद के मामले
 सामाजिक संगठन निमीकेतम संस्था के अनुसार, राज्य के 20 जिलों में लव जेहाद (Love Jihad) की घटनाएं सामने आई हैं, जिनके आंकड़ों के अनुसार, जयपुर में 20 मामले, अजमेर में 23, और टोंक जैसे छोटे जिलों में 13 मामले सामने आए हैं. अकेले साल  2020 के अंदर ही 67 नए मामले सामने आए हैं. वहीं पिछले चार सालों में राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 153 मामले सामने आए हैं. जबकि साल 2017 में लव जेहाद के सिर्फ 17 मामले सामने आए थे.


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राज्य में लव जेहाद (Love Jihad) के बढ़ते मामलों के खिलाफ तमाम संस्थाओं की महिलाओं ने विश्व मानव अधिकार दिवस (World Human Rights Day) मनाया. महिला कार्यकर्ताओं ने यहां सेंट्रल पार्क में विरोध प्रदर्शन भी किया. उनका कहना है. इस दौरान 'लव जेहाद पीड़ितों' के मानवाधिकारों की रक्षा करने की मांग की गई. महिलाओं ने मांग की, लव जेहाद आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.


बीजेपी युवा मोर्चा ने भी की मांग
भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के नेताओं ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को पत्र लिखकर लव जेहाद (Love Jihad) के खिलाफ कानून लाने की मांग की है. पत्र में उन्होंने कहा है, 'राज्य में हर महीने लव जेहाद के कई मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें साजिशन भोली-भाली लड़कियों को फंसाया जाता है और शादी के बाद उन्हें अपनी जाति बदलने के लिए मजबूर किया जाता है. राजस्थान में लव जेहाद के खिलाफ सख्त कानून (Anti Love Jihad Law) लाने की जरूरत है. गहलोत को तुरंत बेटियों की जिंदगी सुरक्षित करने के लिए इस गंभीर मुद्दे पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए.'

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