Ajmer Dargaah: पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम भजनलाल के बाद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से भी अजमेर के सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर जियरत के लिए चादर भेजी गई है. रक्षा मंत्री ने यह चादर  812 वें सालाना उर्स के मुबारक मौके पर भेजी है. 


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 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की तरफ से भेजी गई चादर सोमवार को  गरीब नवाज की दरगाह में पेश की गई.  इसके पश्चात बुलन्द दरवाजे पर राजनाथ सिंह का संदेश पढ़कर भी सुनाया गया। ख्वाजा साहब की दरगाह में देश में अमन चैन और खुशहाली की दुआ मांगी.


 रक्षा मंत्री की ओर से यह चादर दरगाह कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष मुनव्वर खान ने पेश की. इसके बाद उन्होंने बुलन्द दरवाजे पर राजनाथ सिंह का सन्देश पढ़कर सुनाया। जिसमें लिखा था कि आपसी भेदभाव को भुलाकर सौहार्दपूर्ण  जीवन जीना चाहिए जिसका संदेश गरीब नवाज ने दिया हैं. राजनाथ सिंह ने देश मे अमन चैन के साथ देश में खुशहाली बनी रहे, सभी भाईचारे के साथ रहे, ऐसी कामना के साथ सभी को उर्स की मुबारकबाद  भी दी.


बता दें कि हर साल 6 दिन के उर्स मनाया जाता है. जो मुसलमानों के लिए बेहद पाक माना जाता है. माना जाता है कि इन दिनों साल भर में जन्नती दरवाजा 4 बार खोला जाता है. उर्स में यह दरवाजा 6 दिनों के लिए खोला जाता है. पुरानी परंपराओं के अनुसार जन्नती दरवाजा उर्स में आने वाले जायरीन के लिए खोला जाता 


जन्नती दरवाजा खुलने के बाद जेलें इसके अंदर से गुजरते हुए ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में हाजरी देते है. बरसों पुरानी चली आ रही इस परंपरा के अनुसार जन्नती दरवाजा कल की रस्म के साथ 6 रजब को बंद कर दिया जाता है. जन्नती दरवाजे पर साल भर जरीन मन्नत का धागा बांधते हैं.


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