Ajmer: अजमेर में छात्रसंघ चुनाव के लिए अंतिम दावेदारों की सूची तय हो गई है. वहीं नाम वापसी और आवेदनों की जांच में एबीवीपी को झटका लगा है. पहले विधि महाविद्यालय में अध्यक्ष उम्मीदवार का पर्चा खारिज हुआ तो वहीं डीएवी में भी एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का पर्चा खारिज हो गया. विधि महाविद्यालय में ओर कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं है तो वहीं डीएवी में निर्दलीय उम्मीदवार के बीच भिड़ंत होगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अजमेर में आज नामांकन वापस लेने और दस्तावेज जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता की. जिन्होंने एबीवीपी के पर्चे खारिज होने पर खुशी व्यक्त की. इस दौरान विधि महाविद्यालय में एबीवीपी के राजेंद्र कॉलेज का पर्चा मुकदमा दर्ज होने के चलते खारिज हो गया. जिसके बाद एनएसयूआई के प्रत्याशी दिनेश जाट निर्विरोध निर्वाचित हो सकेंगे. इस पहली बढ़त को लेकर एनएसयूआई काफी उत्साहित है और इसका असर मतदान प्रक्रिया में भी रहेगा.


एनएसयूआई जिलाध्यक्ष फरहान खान ने विरोधी गुट पर निशाना साधा और कहा कि पर्चे खारिज होने का फायदा एनएसयूआई को मिलेगा. एनएसयूआई युवाओं के बीच रहने वाला संगठन है और हमेशा कैंपस में युवाओं की आवाज बुलंद करेगा. इस मौके पर विधि महाविद्यालय में निर्विरोध निर्वाचित होने वाले दिनेश जाट का भी स्वागत किया गया और आतिशबाजी कर उसका माल्यार्पण करते हुए शुभकामनाएं दी गई.


इस मौके पर उन्होंने किशनगढ़ राजकीय महाविद्यालय में एनएसयूआई की अध्यक्ष पद के दावेदार का वापस नाम लिए लिए जाने पर बीजेपी की विधानसभा के प्रत्याशी रहे विकास चौधरी पर आरोप लगाया. फरहान ने आरोप लगाया कि विकास चौधरी अपने बाहुबल का प्रयोग करते हुए उम्मीदवार पर दबाव बनाया और उसका नाम वापस लेने को मजबूर किया. फरहान ने विकास को गुंडा तत्व बताते हुए किशनगढ़ प्रत्याशी के अपहरण का आरोप भी लगाया.


Reporter- Ashok Bhati


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


यह भी पढ़ें: OBC आरक्षण विसंगति: सूरतगढ़ में 600 अभ्यर्थी कर रहे आंदोलन, MLA का हरीश चौधरी पर आरोप


यह भी पढ़ें: रणथंभौर टाइगर रिजर्व में फुल डे और हाफ डे सफारी बंद, होटल व्यवसाय को झटका