अजमेर: उदयपुर हत्याकांड के बाद, दरगाह क्षेत्र से मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने की शांति की अपील
आप किसी की हत्या कर दे लिहाजा इस्लाम में ऐसा कहीं भी नहीं है, इस्लाम इस तरह की इजाजत तो बिल्कुल भी नहीं देता हैं.
Ajmer: उदयपुर में घटित हुई घटना के बाद अजमेर दरगाह से मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने शांति की अपील की हैं. दरगाह के खादिम सैयद मोइन हुसैन ने बताया कि राजस्थान के उदयपुर में जो घटना घटित हुई है, एक निहत्थे के ऊपर इस तरीके से हमला करके उसकी जो हत्या की गई उसकी हम खुद्दामें ख्वाजा गरीब नवाज वह मुसलमाने अजमेर की जानिब से घोर और बड़े ही कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. इस्लाम सलामती वाला मजहब हैं, इसके अंदर खुद नबी ए करीम सल्लल्लाहों वाले वसल्लम ने जब फतेह मक्का में जितने भी मुशरिक थे मक्के में आपने उनको भी अमन दिया, लिहाजा इस्लाम ऐसे किसी भी कृत्य की कतई इजाजत नहीं देता है.आप किसी की हत्या कर दे लिहाजा इस्लाम में ऐसा कहीं भी नहीं है, इस्लाम इस तरह की इजाजत तो बिल्कुल भी नहीं देता हैं.
हम यहां से अपील करना चाहते हैं कि देश में जितने भी धर्मों को मानने वाले रहते हैं, हमारा देश सूफी संतों का हैं, यहां पर किसी भी मजहब के मानने वाले को ऐसी घटना का समर्थन कतई नहीं करना चाहिए. हम गरीब नवाज के दरबार से तमाम देशवासियों से अपील करना चाहते हैं कि सरकार गरीब नवाज की बारगाह हर धर्म वे समाज का इंसान बिना किसी भेदभाव दरबार में हाजिर होता हैं, दरबार से मन्नतें मुरादे हासिल करता है. गरीब नवाज के दरबार से इंसानियत मोहब्बत का पैगाम मिलता है, लिहाजा हम गरीब नवाज के दरबार से तमाम देशवासियों से अपील करते हैं कि सभी लोग सांप्रदायिक सौहार्द बना कर रहें, भाईचारे से रहें. उदयपुर में जो घटना हुई है, किसी भी मुस्लिम समाज के किसी भी वर्ग ने इसका समर्थन नहीं किया हैं, सब ने इसकी घोर निंदा की है, घटना बड़ी ही दर्दनाक है, लिहाजा इस्लाम में इसके लिए कोई भी जगह नहीं हैं.
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की शांति की अपील
राजस्थान के चीफ काजी खालिद उस्मानी ने कहा कि मैं नहीं चाहता हमारे मुल्क में अमन खत्म हो, हम हमारी जान भी देश के लिए दे देंगे, ये जिंदगी भी देश के लिए कुर्बान कर देंगे. आपसी भाईचारा और मोहब्बत के लिए हमारे भाई हिंदू और मुस्लिम हम सब एक हो जाएं और मोहब्बत के साथ रहें और ऐसे जो जालिम लोग हैं. इस तरह की जो हरकत कर रहें हैं, यह इंसानियत के खिलाफ इन्होंने जो काम किया हैं, वह मुसलमान हो ही नहीं सकते क्योंकि मुसलमान इस्लाम के अंदर रहम दिल ये है. उन्होंने कहा कि मेरा यह मानना है इस बात को हमें ध्यान रखना होंगा की इस मामले को बड़ी ही शांति, धैर्य और सहनशीलता के साथ विचार करना चाहिए, यह हरकत मुसलमानों की नहीं हैं, यह हरकत किसी एक जाहिल की है, एक गुमराह की है, एक बेवकूफ की है, हम उस चीज के लिए बहुत अफसोस करते हैं इस तरह के जाहिल बेवकूफ की हरकत से हम नहीं चाहते कि लोग हमारे समाज पर उंगली उठाए और पूरी कौम इस बात को लेकर शर्मिंदा होना पड़े. मैं हाथ जोड़कर आप सभी से निवेदन करता हूं शांति प्रेम भाईचारे को कभी खत्म ना करें.
अजमेर शहर काजी मौलाना तौसीफ अहमद सिद्दीकी ने बताया कि मैं सभी मुसलमानों से अपील करता हूं यह जो हादसा उदयपुर में जो हुआ है यह बहुत दुख दायक है, ना काबिले बर्दाश्त हैं, मैं तमाम स्वधर्म समाज के लोगों से अपील करता हूं कि संयम से काम ले जज्बात में आकर कोई भी गलत कदम ना उठाएं, अपने जज्बातों को काबू में रखें और अपने मुल्क में अमन और शांति बनाए रखें.
अंजुमन के सदर हाजी गुलाम किबरिया ने कहा कि शांति और अमन का जो पैगाम मोहम्मद साहब ने दिया है, आज के समय हम सभी को अमन और शांति की सख्त जरूरत है. उदयपुर की घटना से हम सभी दुखी हैं और इसकी कड़ी निंदा करते हैं. हम राजस्थान और देशवासियों से अपील करते हैं कि हम सभी को अमन प्यार मोहब्बत का माहौल बनाना है.
अंजुमन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कहा कि उदयपुर में जो घटना हुई है हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं यह घटना इस्लाम के विरुद्ध है, भारत एक सांप्रदायिक सौहार्द की नगरी है देश की पहचान प्यार मोहब्बत है भाईचारा है, हम इसे अफगानिस्तान, सीरिया, इराक नहीं बनने देना चाहते हैं.
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पुलिस द्वारा पूरे क्षेत्र में गश्त लगाई गई
दरगाह क्षेत्र अधिकारी संदीप सारस्वत ने बताया कि अभी उदयपुर की मार्मिक घटनाओं को देखते हुए हमने पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन में सभी प्रकार के पुख्ता इंतजाम किए हैं. इसी प्रकार की घटना ना हो और हमारे क्षेत्र में शांति सद्भाव बना रहें इसे देखते हुए मेरे द्वारा और थानाधिकारी दरगाह द्वारा रूट मार्च निकाला गया. दरगाह क्षेत्र में सुबह से शाम तक गश्त लगवाई जा रही है और सभी लोगों से अपील कर रहे हैं कि अजमेर शहर अपनी गंगा जमुनी तहजीब के लिए विख्यात रहा है, सभी सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें.
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