Ajmer news: कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व की ओर से अजमेर नगर निगम का नेता प्रतिपक्ष मनोनीत किए जाने पर कांग्रेस के 18 में से 16 पार्षदों की ओर से विरोध जताया जा रहा है. असंतुष्ट पार्षदों ने इसे लेकर अजमेर निवर्तमान शहर अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपते हुए सभी कांग्रेस पदाधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई और उनका घेराव भी किया.


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 कांग्रेस वरिष्ठ पार्षद नरेश सत्यावना और श्याम प्रजापति ने मोर्चा संभालते हुए बताया कि बिना पार्षदों की राय लिए और शहर कांग्रेस नेताओं की जानकारी के बगैर ही प्रदेश आलाकमान ने नेता प्रतिपक्ष की घोषणा कर दी उनका आरोप है कि कांग्रेस आलाकमान की ओर से थोपी गई नेता प्रतिपक्ष द्रोपदी कोली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम सहित अलग-अलग स्थानों पर किसी भी कांग्रेस की बैठक में सक्रिय नहीं रही है और जितने भी आंदोलन हुए हैं, उसमें उनकी कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं रही है। नगर निगम में जो भी काम होता है और जनता की लड़ाई लड़ी जाती है तो वह सभी अपने दम पर ही लड़ते थे.


 इसके बावजूद भी उन्हें नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है यह किसी भी पार्षद को नागवार गुजर रहा है ऐसे में आज पार्षदों की ओर से इसे लेकर अपना विरोध जाहिर करते हुए ज्ञापन सौंपा गया है और इसे लेकर सभी असंतुष्ट पार्षद जयपुर आलाकमान से मुलाकात भी करेंगे अगर इसके बावजूद भी इस पर कोई निर्णय नहीं होता है तो फिर असंतुष्ट पार्षदों की ओर से सामूहिक स्थिति भी दिए जाएंगे..


अजमेर कांग्रेस के निवर्तमान शहर अध्यक्ष विजय जैन ने बताया कि इस विषय में 18 में से 16 कांग्रेसी पार्षदों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा है लेकिन यह समस्या उनके क्षेत्राधिकार में नहीं आती है ऐसे में सभी पार्षद इस विषय में जयपुर में ही संपर्क करेंगे उन्होंने कहा कि अगर 18 में से 16 पार्षद असंतुष्ट हैं तो इसे लेकर कांग्रेस आलाकमान को सोचना होगा.


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