Beawar, Ajmer: प्रदेश में राज्य सरकार की ओर से की जा रही सफाई भर्ती में आरक्षण प्रणाली समाप्त करने सहित अन्य मांगों को लेकर ब्यावर में वाल्मिकी समाज संघर्ष समिति की ओर से बुधवार को सीएम के नाम दिए गए ज्ञापन के बाद गुरुवार को वाल्मिकी समाज के सफाई-कर्मचारियों ने झाड़ू डाउन हड़ताल शुरू कर दी.


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उधर संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने नगर परिषद के बाहर अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू कर दिया. पहले दिन संघर्ष समिति के आव्हान पर 5 लोगों को समिति पदाधिकारियों ने माला पहनाकर धरने पर बैठाया. इसी प्रकार समाज के 6 लोगों ने अपने सिर मुंडवा कर वाल्मिकी समाज संघर्ष समिति के आंदोलन को समर्थन दिया.


 इस दौरान नगर परिषद के बाहर उपस्थित सफाई-कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की. धरने के दौरान उपस्थित सफाई-कर्मचारियों को संबोधित विभिन्न वक्ताओं ने सफाई कर्मचारी भर्ती में आरक्षण प्रणाली समाप्त करने, भर्ती में शत-प्रतिशत वाल्मिकी समाज के लोगों को शामिल करने, जाति-प्रमाण पत्र को ही अनुभव प्रमाण पत्र मानने सहित अन्य मांगों को दोहराते हुए जब तक राज्य सरकार की और से इन मांगों को नहीं मानने तक हड़ताल तथा धरना जारी रखने का आव्हान किया. 


उधर वाल्मिकी समाज के सफाई कर्मचारियों के गुरुवार से हड़ताल पर होने के कारण शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित रही. सफाई-कर्मचारियों की कमी के कारण शहर के सभी वार्डों में पूर्ण सफाई नहीं हो पाई.


गुरुवार को धरना-प्रदर्शन के दौरान संघर्ष समिति अध्यक्ष जीवराज जावा, सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष मुकेश डूलगच, ब्रजराज डूलगच, नारायण अटवाल, लक्ष्मण तेजी, नरेन्द्र सांगेला, शिवराज चांवरिया, रामलाल खोकर, अशोक लखन, नीरज घावरी, भंवरलाल जावा, प्रभूदास कंडारा,विपिन जावा ,नीरज तर्क, प्रेमदेवी, राधादेवी, रेखा, विष्णु, शांति देवी तथा किशन चावंरिया सहित बड़ी संखया में वाल्मिकी समाज के सफाई कर्मचारी आदि शामिल थे. उधर स्वायत शासन विभाग राजस्थान सरकार ने वाल्मिकी समाज के विरोध तथा धरना-प्रदर्शन को देखते हुए सफाई भर्ती 2023 को अपरिहार्य कारणों के चलते स्थगित कर दिया है.


Reporter- Dilip Chauhan


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