Beawar News: राजस्थान के ब्यावर में राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की एमसीएच विंग से मंगलवार को अजमेर रैफर करने के दौरान प्रसूता रानीसागर निवासी लक्ष्मी पत्नी श्रवणसिंह रावत की मौत प्रकरण में बुधवार को जांच टीम के गठन के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए.


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प्रशासन तथा परिजनों के बीच बनी सहमति के बाद मृतका का पोस्टमार्टम गठित मेडिकल बोर्ड की टीम के चिकित्सकों ने किया. पुलिस टीम की मौजूदगी में हुए पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने लाश अंतिम संस्कार हेतु परिजनों के सुपुर्द की.


मालूम हो कि मंगलवार को प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने डा. विद्या सक्सैना तथा सुरेन्द्र बिस्सु पर उपचार में लापरवाही बरतने तथा जबरदस्ती उसे अजमेर रैफर करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा कर दिया था.


परिजन दोनों चिकित्सकों के अस्पताल से हटाने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम करवाने पर अडे़ रहे. मंगलवार देर शाम तक सहमति नहीं बनने के कारण शव को एकेएच मोरचरी में रखवा दिया गया. बुधवार सुबह मोर्चरी पहुंचे परिजनों तथा ग्रामीण अपनी बात पर अडे़ रहे.


अंत में बजरंग सिंह अतिररिक्त जिला कलक्टर एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ब्यावर अस्पताल पीएमओ डा. एसएस चौहान तथा सीएमएचओ डा. एचपी मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जांगिड, नायब तहसीलदार सुरेश गर्ग तथा सिटी थाना प्रभारी हनुमानसिंह की उपस्थिति में परिजनों के साथ वार्ता हुई.


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वार्ता के दौरान उक्त प्रकरण को लेकर एक जांच टीम का गठन करने तथा टीम के जांच रिपोर्ट के बाद संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाहीं करने पर सहमति बनी. अस्पताल प्रशासन की और से डा. देवेन्द्र सौलंकी, डा. दिनेश जैतारण तथा डा. मोहित माथुर जवाजा की 3 सदस्य जांच टीम का गठन किया गया.


उक्त टीम शीघ्र ही प्रकरण की जांच कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. पोस्टमार्टम टीम में डा. भारती शर्मा मसूदा, डा. एसएस सोनी ब्यावर, डा. सीआर गहलोत ब्यावर, डा. राजेन्द्र वर्मा बिजयनगर तथा डा. विवेक भटनागर एकेएच ब्यावर शामिल रहे.