Nasirabad: उपखंड मुख्यालय पीसांगन को जिला मुख्यालय अजमेर से वाया फतेहपुरा, रामपुरा डाबला, भांवता, बुधवाड़ा होते हुए जोड़ने वाला सड़क मार्ग नूरियावास से लेकर भांवता तक बड़े पैमाने पर क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकता है. 


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भांवता के पास तो उक्त सड़क में कई स्थानों पर डामर ढूंढने से भी नहीं मिलती. उक्त सड़क को लेकर पंचायत समिति की साधारण सभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया,  लेकिन आज भी 8 माह बाद विकास जीरो है.


बुधवाड़ा सरपंच जगदीश गुर्जर और रामपुरा डाबला सरपंच सीमा चौधरी के मुताबिक, कस्बे को अजमेर से वाया भांवता, बुधवाड़ा, रामपुरा डाबला, फतेहपुरा होते हुए जोड़ने वाला मार्ग नूरियावास से लेकर डूमाड़ा गांव तक बड़े पैमाने पर क्षतिग्रस्त हो चुका है. उक्त सड़क में आधे से लेकर डेढ़ फीट तक के गहरे गड्ढे होने के चलते वाहन चालकों को मजबूरी में वाहनों को रेंग-रेंग कर चलाना पड़ता है. 


सरपंच गुर्जर और चौधरी ने बताया कि गत 27 सितंबर को पंचायत समिति की साधारण सभा में डूमाड़ा से पीसांगन तक 15 किलोमीटर तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तृतीय फेज के अंतर्गत लंबाई के लिए उन्नयन कार्य हेतु आरआरपी कैंडिडेट एवं सीयूसीपीएल रोड तृतीय के प्रस्ताव का अनुमोदन करने के बावजूद आज भी उक्त सड़क का नवनिर्माण दूर की कोड़ी नजर आ रहा है. 


बुधवाड़ा सरपंच जगदीश गुर्जर व रामपुरा डाबला सरपंच सीमा चौधरी ने बताया कि उनके द्वारा शासन प्रशासन को भी क्षतिग्रस्त सड़क को लेकर अवगत करवाने पर भी जिम्मेदारों के कानों पर जूं ना रेंगी. यदि समय रहते इस और ध्यान नहीं दिया गया, तो यह क्षतिग्रस्त सड़क कभी भी बड़े हादसे का सबब भी बन सकती है. 


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