Beawar: सदर थाना पुलिस ने पिछले दिनों पूर्व मुख्खयमंत्री वसुंधराराजे के आगमन से पूर्व खरवा चौराहे पर हुई फायरिंग के मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह तीनों आरोपी भीलवाड़ा के जंगल में छिपे हुए थे. पुलिस की भनक लगते ही आरोपियों ने भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस टीम ने उन्हें धर दबोचा. मामले का मुख्य आरोपी सुरेश गुर्जर अभी फरार चल रहा है. जबकि उसका मुख्य साथी देवराज सैन धरा गया है. 


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गौरतलब हैक कि 17 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे ब्यावर विधायक शंकरसिंह रावत के निवास पर शोक सभा के दौरान शरीक होने के लिए आ रही थी. इस दौरान खरवा चौराहे पर उनके स्वागत में बड़ी संख्या में भाजपाई कार्यकर्ता मौजूद थे. इस दौरान आपसी गुटबाजी के चलते हुई कहासुनी के दौरान सुरेश गुर्जर और उनके साथियों ने फायर कर दहशत फैला दी थी. जिससे एक बारगी तो माहौल तनावपूर्ण हो गया था. 


सदर थानाधिकारी चैनाराम बेड़ा ने बताया कि उक्त प्रकरण में मामला दर्ज किया गया था. आरोपी घटना के बाद से ही फरार चल रहे थे. जिनकी काफी सिरगर्मी से तलाश की जा रही थी. इस दौरान पुलिस को जरिए मुखबिर के सूचना मिली की कुछ युवक भीलवाड़ा के जंगलों में छिपे हुए है. पुलिस ने मौका तस्दीक कर जंगल में दबिश दी. जहां युवक पुलिस को देख भागने लगे, लेकिन पुलिस टीम ने तीनों को धरदबोचा.


पकड़े गए आरोपियों में देवराज सैन उर्फ देवा सैन पुत्र रामपाल सैन हाल सुखाडिया सर्किल भीलवाड़ा, नौशाद आलम खां उर्फ निशाद पुत्र जाकिर हुसैन निवासी भदाली खेड़ा थाना मांडल भीलवाड़ा तथा मोहम्मद अकरम शेख पुत्र मोहम्मद सुलीम शेख गुल मंडी जामा मस्जिद के पास भीलवाड़ा शामिल है. तीनों को ब्यावर लाकर मामले में गिरफ्तार किया गया है. इस प्रकरण में पूर्व में चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं.

Reporter- Dilip Chouhan
 


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