Ajmer: अजमेर आरपीएफ ने आज बिहार से खरीद कर लाए जा रहे बच्चों के मामले में बड़ा खुलासा किया है. अजमेर आरपीएफ ने आज ट्रेन के माध्यम से बिहार से लाए गए 8 बच्चों के साथ ही दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. बरामद किए गए बच्चों में चार बालिक है जबकि शेष चार नाबालिग हैं जिन्हें सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया है. आरपीएफ थाना अधिकारी लक्ष्मण गौड़ के अनुसार, आरपीएफ के डीजी संजय चंद्र के निर्देश पर इन दिनों पूरे देश में ट्रेनों के माध्यम से होने वाली बाल श्रमिकों की तस्करी को लेकर विशेष अभियान छेड़ रखा है.


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इसी अभियान के तहत आज अजमेर आरपीएफ को यह बड़ी सफलता मिली. अजमेर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरे बच्चों के एक समूह को संदिग्ध मानते हुए पूछताछ की गई तो पता चला कि यह सभी बच्चे बिहार के मुजफ्फरपुर से खरीद कर लाए गए हैं.


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बिहार के ही सुपौल निवासी ललन कुमार और महेश सरदार को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं जब इस पूरे मामले में बच्चों से पूछताछ की गई तो पता चला कि बरामद किए गए बच्चों में चार नाबालिग हैं और चार बालिग हैं. जिन्हें बिहार से खरीद कर लाया गया है और इन्हें बाल श्रमिकों के रूप में पाली जिले में स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री में नियोजित किया जाना था. मामले की सूचना मिलते ही आरपीएफ आई जी अरोमा सिंह ठाकुर भी अजमेर पहुंची और उनकी मौजूदगी में इन बच्चों को सीडब्ल्यूसी को सौंपा गया. वहीं पकड़े गए आरोपी बिहार निवासी ललन कुमार और महेश सरदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अब पूछताछ के माध्यम से बाल श्रमिकों की इस मानव तस्करी के पूरे गिरोह का खुलासा करने में जुट गई है.