Ajmer: अंबे माता मंदिर ट्रस्ट बजरंगढ़ की ओर से कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी जान गवाने वाले लोगों की अस्थि विसर्जन का बीड़ा उठाया गया है. इस दौरान अलग-अलग मुक्तिधाम में करीब 300 ऐसे लोगों की अस्थियां रखी गई है, जिनका अब तक विसर्जन नहीं किया गया. इन सभी को लेकर आज मंदिर कमेटी के पदाधिकारी पुष्कर के लिए रवाना हुए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढे़ं- Navratri 2022: नवरात्रि में पाना चाहते हैं मां लक्ष्मी की कृपा तो इन 14 वास्तु टिप्स का जरूर रखें ध्यान, घर में होगी धनवर्षा


साथ ही जहां वह विधि विधान से पूजा अर्चना करते हुए सभी स्त्रियों को पुष्कर में भी चर्चित करेंगे, जिससे कि सभी की आत्मा को शांति मिल सके और भारतीय और हिंदू परंपरा के अनुसार इन सभी को मुक्ति मिल सके. मंदिर कमेटी के पदाधिकारी करण सिंह यादव ने बताया कि प्रशासनिक अनुमति के बाद इस सेवा कार्य का बीड़ा मंदिर कमेटी की ओर से उठाया गया है.


अजमेर जिले के अलग-अलग स्थानों के मुक्तिधाम से इन सभी अस्थियों को एकत्रित किया गया और उन्हें एक स्थान पर रखते हुए कलश में रखा गया है जहां से सभी को पुष्कर ले जाया जाएगा और श्राद्ध पक्ष की अमावस्या को इन्हें पंडित की पूजा अर्चना के बाद विधि विधान से पुष्कर में विसर्जित किया जाएगा.


इसको लेकर मंदिर कमेटी की ओर से अपनी तैयारियों को पूर्ण कर लिया गया है, जिससे कि इन सभी का तर्पण करते हुए मुक्ति मिल सके उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गवाई थी और ऐसे कई लोगों के शव नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से अंत्येष्टि करवाए गए थे, लेकिन कई परिवार इन हस्तियों को लेने अब तक नहीं पहुंचे, ऐसे में 2 साल के भीतर भी कोई नहीं आने पर जिला प्रशासन की अनुमति से इस कार्य को किया गया है.


Reporter: Ashok Bhati


जयपुर की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें. 


अन्य खबरें


Shardiya Navratri 2022: इस नवरात्रि पाना चाहते हैं मां दुर्गा की कृपा तो 26 सितंबर से पहले जरूर करें ये उपाय


Chanakya Niti: आपके 100 गुणों पर ठप लगा देगा ये 1 अवगुण, सफल होने के लिए भटकते रह जाएंगे दर-दर


Navratri 2022: 26 सितंबर को हाथी पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा, जानें शारदीय नवरात्रि की घटस्थापना मुहूर्त


Chanakya Niti: सावधान रहें, दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं ऐसे लोग, भूलकर भी न मांगे इनसे मदद