Ajmer : अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में खादिम का काम करने वाले सलमान चिश्ती को पुलिस ने भड़काऊ पोस्ट और विवादित टिप्पणी सोशल मीडिया पर जारी कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी सलमान से इस विषय में पूछताछ की जा रही है.


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इधर विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन ने अजमेर दरगाह खादिम सलमान चिश्ती के भड़काऊ वायरल वीडियो की निंदा की है, उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रशासन और कानून अपना काम करेगा, लेकिन ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह को इन सब से दूर रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत को तालिबान नहीं बनने दिया जाएगा. पैगंबर मोहम्मद ने इस तरह की तालीम किसी को नहीं दी है. कुरान हमें ये तालीम देती है कि सभी को प्यार मोहब्बत से रहना चाहिए. इस तरह की हरकत इंसानियत को बदनाम करती है.  ऐसे में तालिबानी सोच को भारत में नहीं पनपने दिया जाएगा. इसे लेकर चाहे कुछ भी करना पड़े.


इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वो देश भर के सभी धर्म गुरुओं को चिन्हित करें और उनकी एक कमेटी बनाई जाए. जिससे कि इस तरह की हरकत करने वालों पर कुछ कार्रवाई की जा सके और धर्म गुरु शांति और सद्भाव का पैगाम हर जगह फैला सकें.


पुराने जमाने में राजा महाराजा के समय में भी हर राज्य में धर्मगुरु होते थे और उनसे ही विचार विमर्श करते हुए सरकार जानकारी लेती थी और इसी तरह से सुझाव केंद्र और राज्य सरकार को भी समय-समय पर मीटिंग कर लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अजमेर विश्व में प्रसिद्ध है और गंगा जमुनी तहजीब को दुनिया में फैलाने वाले शहरों में से एक है.


जहां ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह है तो 14 किलोमीटर दूर जगतपिता ब्रह्मा का मंदिर है और अजमेर आने वाले सभी दोनों ही धार्मिक स्थलों पर दर्शन कर यहां से अमन-चैन और खुशियों का पैगाम लेकर जाते हैं. ऐसे धरती पर इस तरह के भड़काऊ वीडियो और अन्य गतिविधि नहीं होनी चाहिए, इसे लेकर भी सभी को सोचने की जरूरत है. यहां से केवल खुशियों और शांति का पैगाम ही देशभर में जाना चाहिए. लेकिन अब ऐसा देखने को नहीं मिल रहा


रिपोर्टर - अशोक सिंह भाटी


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