Naseerabad: नसीराबाद के श्रीनगर रोड पर दिलवाड़ा के पास एचपीसीएल गैस प्लांट में गैस टैंकर तोलने के लिए उपयोग में लिए जा रहे कांटे में कम तोल दर्शाने से एलपीजी गैस परिवहन करने वाले गैस टैंकर चालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.


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एचपीसीएल गैस प्लांट में गैस टैंकरों के जरिए एलपीजी गैस भटिंडा पंजाब से नसीराबाद, कोटा और जोधपुर लाई जाती है. गैस टैंकर चालकों ने बताया कि वहां से गैस लाने के बाद गैस प्लांट में गैस टैंकर खाली करने से पहले उसे तोला जाता है. इन टैंकरों का कोटा, नसीराबाद और जोधपुर में रोटेशन चलता रहता है.  जहां पर कोटा और जोधपुर में वजन सही निकलता है जबकि नसीराबाद एचपीसीएल गैस प्लांट में प्रत्येक टैंकर में लगभग डेढ़ सौ किलो गैस कम तुलाई दर्शाता है. इतना ही नहीं बल्कि कई गैस टैंकर में लगभग 180 किलो गैस कम दर्शाता है. जिसका भुगतान गैस प्लांट द्वारा काटने से लगभग 15-20 हजार रुपए प्रति परिवहन का नुकसान टैंकर चालक को भुगतना पड़ता है.


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गैस प्लांट के बाहर मौजूद गैस टैंकर चालकों ने बताया कि एचपीसीएल के अधिकारियों को शिकायत करने पर उनके अधिकारियों ने पास ही स्थित बीपीसीएल गैस प्लांट में साथ जाकर टैंकर का वजन कराया तो वहां पर सही निकला. उन्होंने संतुष्टि के लिए मौके पर मौजूद टैंकरों में से तीन टैंकरों का वजन बीपीसीएल में कराया और तीनों टैंकर का वजन वहां के कांटे ने सही दर्शाया. जबकि इन्हीं 3 टैंकरों का वजन एचपीसीएल में कम आ रहा था. गैस टैंकर चालकों ने कहा की एचपीसीएल के अधिकारियों ने 3 टैंकरों को अन्य स्थान पर ले जाकर वजन करवा कर चेक कराया. जिसमें अन्यत्र कांटे में वजन सही मिला. 


गैस टैंकर चालकों ने बताया कि कुछ गैस टैंकर मालिक इस नुकसान को स्वयं वहन कर लेते हैं लेकिन कई टैंकर मालिक टैंकर चालकों की तनख्वाह में से कटौती कर लेते है. एलपीजी गैस टैंकर चालकों ने बताया कि कुछ महीने पहले भी इस तरह से कम वजन दर्शाने की शिकायत की गई थी और सभी गैस टैंकर चालक संगठित होकर हड़ताल की भी चेतावनी दे चुके हैं. जिसके चलते कांटे को सही करा लिया गया था और वजन सही दर्शाने लगा. लेकिन बीते कुछ दिनों से वापस वजन कम आने लगा है.


रिपोर्टर- अशोक भाटी