शराब के ठेके खोलने के लिए विभाग की दादागिरी आई सामने, दुकानदारों के गंभीर आरोप
राजस्थान के अजमेर में आबकारी विभाग के अधिकारियों की ओर से ठेकेदारों को फोन कर दुकान नहीं लेने पर अन्य दुकानों को सीज करने की धमकी देते हुए कार्रवाई को भी अंजाम दिया गया है. जिसके कारण ठेकेदारों में रोष है.
Ajmer News : एक तरफ जहां सरकार आम जनता को शराब से दूर रहने की नसीहत दे रही है. वही अजमेर आबकारी विभाग शराब की दुकानें खोलने के लिए ठेकेदारों पर अनुचित दबाव बना रहा है. यहां तक की ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक कीमत की दुकानों पर बोली नहीं लगने के कारण पार्टनरशिप में दुकान खोलने को लेकर दादागिरी तक की जा रही है.
आबकारी विभाग के अधिकारियों की ओर से ठेकेदारों को फोन कर दुकान नहीं लेने पर अन्य दुकानों को सीज करने की धमकी देते हुए कार्रवाई को भी अंजाम दिया गया है. जिसके कारण ठेकेदारों में रोष है.
जिला आबकारी विभाग की तरफ से अरांई क्षेत्र की शराब की दुकानें नहीं उठने पर अन्य दुकान संचालकों पर बार बार दबाव बना कर उन्हे सिंरोंज, ढसूक एवं झीरोता की शराब दुकानें लेने का अवैध रूप से दबाव बनाया जा रहा है.
दुकानदार इन तीनों दुकानों को नहीं लेना चाहते है, फिर भी आबकारी विभाग की टीम लगातार एक सप्ताह से अरांई क्षेत्र में डेरा डाले हुए है और अन्य दुकानदारों पर दबाव बना कर तीनों दुकाने थोपने की फिराक में है.
इसके लिए आबकारी विभाग के अधिकारी शराब दुकान संचालकों को कई प्रकार से डरा धमका रहे हे. इसी के चलते आबकारी विभाग के अधिकारियों ने गलत तरीके से तीन दुकानें बेवजह सीज कर दी है.
दुकानें सीज होने के बाद दुकानदार भी खुले में सामने आ गये और आबकारी विभाग की कार्यवाही का विरोध करने लग गये है. कुछ दुकानदारों को आबकारी विभाग के अधिकारियों ने फोन पर धमकाया हे जिसके ऑडियों वायरल हो गए है.
सिरोंज, ढसूक, दादिया की दुकानें बनी जी का जंजाल
आबकारी विभाग की सिरोंज, ढसूक, दादिया की दुकानें किसी भी ठेकेदार ने नहीं खरीदी है. इन दुकानों को आबकारी विभाग अन्य दुकान संचालको के गले बांधना चाहते है. आबकारी विभाग के अधिकारी एक सप्ताह से अरांई क्षेत्र में डेरा डाल कर बैठे है. विभाग के डिप्टी लेवल के अधिकारी अन्य दुकानदारों को यह तीनों दुकान लेने का दबाव बना रहे है.
सांदोलिया, कालानाडा, भामोलाव की दुकानें सीज
आबकारी विभाग की तरफ से सिरोंज, ढसूक, दादिया की दुकानें नहीं उठने पर इनके नजदीक की दुकानदारों पर दबाव बनाया गया है. कई दुकानें सीज़ 18 अप्रैल को की गई और नोटिस 21 अप्रैल को चस्पा किया गया. इससे लगता है कि आबकारी विभाग इन दुकानों को उठाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो गये है. वहीं दुकान संचालकों का कहना है कि ये दुकाने घाटे मे चल रही है इससे उनकों लाखों रूपये का नुकसान हो रहा है.
मोबाइल पर दे रहे है धमकियां
आबकारी विभाग के डिप्टी रेंक के अधिाकारी शराब दुकान संचालकों को खुले आम मोबाईल पर धमकियां दे रहे है. मोबाइल पर आबकारी विभाग के अधिकारी शराब दुकान संचालकों को इन दुकानों की सेंटिंग कर चलाने, अन्य लोगों को पार्टनर बना कर चलाने की धमकी दे रहे है.
अधिकारियों की दी गई धमकियों के ऑडियों अरांई क्षेत्र में वायरल हो रहे है. विभाग के अधिकारी दुकाने नहीं लेने पर झूठा मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे रहे है. विभाग की गाड़ियों में अवैध रूप से शराब की बोतले देखी गई है, जिन्हे धमकी दे कर शराब दुकान संचालकों को डराया जा रहा है.आबकारी विभाग के अधिकारी ऑडियो वायरल होने के बाद मीडिया से बात करने से बच रहे है.