Ajmer: प्रदेश भर में आने वाले समय में धर्म स्थलों पर लगने वाले मेलों को लेकर सरकार संवेदनशील है और यही वजह है कि आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन तमाम धर्म स्थलों के प्रतिनिधियों से वार्ता की. जहां, आगामी दिनों में मेलों का आयोजन किया जाना है. 


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इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अजमेर से भी सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ ही हिंदू आस्थाओं के सबसे बड़े मुकाम तीर्थराज पुष्कर से जुड़े प्रतिनिधियों से भी वार्ता की गई. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए धर्म स्थलों के प्रतिनिधियों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश की सरकार धर्म स्थलों पर लगने वाले मेलों में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील है. खास तौर पर बात यदि सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती करें तो यहां हर साल उर्स के दौरान बड़ी संख्या में जायरीन आते हैं. तीर्थराज पुष्कर में भी पुष्कर मेले के दौरान ऐसी स्थिति में श्रद्धालुओं की सुरक्षा बनी हुई है. 


उसी के साथ भीड़ की वजह से होने वाले हादसों को रोकने की रणनीति बनाना भी इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का एक बड़ा कारण रहा. धर्म स्थलों पर लगने वाले मेलों में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर तरह के इंतजाम को लेकर भी इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में चर्चा की गई. धर्म स्थलों से जुड़े प्रतिनिधियों ने सरकार की इस पहल का स्वागत किया है.


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