Ajmer News: ब्यावर के भालिया क्षेत्र में होंगे 11.86 करोड़ के जल संरक्षण कार्य, एसडीएम ने ली बैठक
Beawar News: सडीएम सिंह के अनुसार राजीव गांधी जल संचय योजना द्वितीय चरण द्वारा टॉडगढ़ तहसील की ग्राम पंचायतों में जल के संरक्षण संबंधी कार्य योजना बनाई गई है..
Beawar: उपखंड अधिकारी ब्यावर और अध्यक्ष राजीव गांधी जल संचय योजना ब्लॉक स्तरीय समिति जवाजा मृदुल सिंह की अध्यक्षता में एसडीएम कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में भलिया क्षेत्र की 7 ग्राम पंचायतों आसन, बड़ाखेड़ा, बामनहेड़ा, बंजारी, बराखन, सातुखेड़ा तथा टॉडगढ़ में 11.86 करोड़ के जल संरक्षण के 183 कार्यों का अनुमोदन किया गया.
एसडीएम सिंह के अनुसार राजीव गांधी जल संचय योजना द्वितीय चरण द्वारा टॉडगढ़ तहसील की ग्राम पंचायतों में जल के संरक्षण संबंधी कार्य योजना बनाई गई है, जिसमें कृषि विभाग, उद्यान विभाग, सिंचाई विभाग, पीएचडी विभाग, जल ग्रहण विकास और भू-संरक्षण विभाग, पंचायती राज और ग्रामीण विकास विभाग, भूजल विभाग आपसी समन्वय से 183 कार्य लगभग 11.86 करोड़ के कराए जाएंगे. राजीव गांधी जल संचय योजना के द्वितीय चरण अंतर्गत संपादित कार्यों द्वारा भूजल स्तर में वृद्धि, सिंचित क्षेत्र में वृद्धि, गांव में पेयजल की कमी को दूर करने का भी समाधान के साथ-साथ परंपरागत पेयजल जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए गतिविधियां आम जनता से चर्चा करके ली गई है.
योजना के ब्लॉक प्रभारी अभियंता शलभ टंडन ने बताया कि राजीव गांधी जल संचय योजना के तीसरे चरण में 7 ग्राम पंचायतें और 21 गांव का चयन करके 5881 हेक्टर क्षेत्रफल को साइंटिफिक तरीके से उपचारित कराया जाएगा. इस योजना की तैयारी में तकनीक का उपयोग करते हुए आरजीजेएसवाई ऐप के माध्यम से प्रत्येक कार्य को जियो टैग किया गया है. साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत की वाटर बजटिंग की गई है. इस योजना अंतर्गत प्रत्येक लाइन विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी. आज अनुमोदित विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन में विभिन्न विभाग के योजना मद से कुल 6 कार्य 10 लाख 55 हजार के कराए जाएंगे.
इसी प्रकार मनरेगा योजना द्वारा 28 कार्य तीन करोड़ 15 लाख के कराए जाएंगे. साथ ही राज्य मद से 149 कार्य 8 करोड़ 60 लाख के कराए जाएंगे. टंडन ने बताया कि तहसील टॉडगढ़ के गत 30 साल के रेनफॉल डाटा सिंचाई विभाग से लिए गए हैं, जिसमें परियोजना क्षेत्र के अंतर्गत औसत वर्षा 472.73 मिलीमीटर को ध्यान में रखकर प्रत्येक कार्य की डिजाइनिंग की गई है. ब्लॉक स्तरीय समिति द्वारा परियोजना प्रतिवेदन का अनुमोदन होने के उपरांत जिला स्तरीय समिति अंतर्गत जिला स्तर के अधिकारी भी इस परियोजना का अवलोकन और अनुमोदन करेंगे. उसके उपरांत जिला कलेक्टर अंशदीप द्वारा राज्यस्तर पर तकनीकी समिति से अनुमोदन हेतु प्रस्ताव भेजे जाएंगे.
साथ ही राज्यस्तर की तकनीकी समिति के द्वारा अनुमोदन के उपरांत कार्य का प्रारंभ परियोजना में लिए गए. समस्त अनुमोदित कार्य कराए जाएंगे. यह परियोजना मार्च 2024 तक चलेगी. यह योजना भालिया क्षेत्र के लिए जल संरक्षण की दिशा में वरदान साबित होगी. क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि और आमजन की भूमिका भी सराहनीय रही है. बैठक में महीपसिंह विकास अधिकारी पंचायत समिति जवाजा, नंदिनी सहायक अभियंता सिंचाई विभाग, पृथ्वीराज कनिष्ठ अभियंता सिंचाई विभाग, शलभ टंडन सहायक अभियंता जल ग्रहण विकास और भू-संरक्षण विभाग, मोहनलाल प्रजापत कृषि अधिकारी, जोगेंद्र शेखावत रेंजर एवं बहादुर सिंह वनपाल वन विभाग के अधिकारी, कुलदीप सिंह स्वच्छ भारत मिशन जवाजा, शिवदेव गहलोत सहायक अभियंता पीएचडी और कल्याणमल सोनल आदि मौजूद रहें.
Reporter: Dilip Chouhan
जयपुर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.
यह भी पढ़ेंः