Masuda News, Ajmer: विजयनगर कृषि उपज मंडी परिसर में अव्यवस्थाओं का आलम देखा गया. कृषि उपज मंडी में बने सार्वजनिक सुविधाएं सहित अन्य जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है.  


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साथ ही, मंडी गेट के पास कुछ समय पूर्व बने सार्वजनिक सुविधाएं टॉयलेट में भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है. सोचने वाली बात यह है कि कुछ समय पूर्व बने सार्वजनिक टॉयलेट में इतनी जल्दी वेस्ट पानी के नाले और पोट आदि क्षतिग्रस्त कैसे हो गए? 


वहीं, किसानों के लिए चाय हेतु कोई भी किसी भी प्रकार की कैंटीन की व्यवस्था नहीं होने से किसानों को लगभग 1 किलोमीटर बाहर जाकर चाय पीकर आना पड़ता है. दिनभर किसान इधर-उधर परेशान होते दिखाई देते हैं. 


किसानों और व्यापारियों के लिए कृषि जिंसों की नीलामी स्थल के आसपास पानी की व्यवस्था नहीं होने से भी किसानों व व्यापारियों को परेशानी होती है. मंडी परिसर में बने सार्वजनिक सुविधाओं में भी गंदगी और सार्वजनिक सुविधाओं के बाहर भी चारों तरफ गंदगी फैली हुई है. गायों के विश्राम स्थल पर भी गंदगी ही गंदगी नजर आती है. मच्छरों और गंदगी के चलते बीमारी फैलने का हमेशा अंदेशा बना रहता है. 


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दूसरी ओर बिजयनगर कृषि मंडी परिसर में आने-जाने के लिए कुल चार गेट बनाए गए हैं. उनमें से केवल एक फाटक गेट ही खुला रहता है, जिससे आए दिन उस गेट पर जाम की स्थिति देखी जा सकती है. 


वहीं, किसानों का आरोप है कि सालाना करोड़ों रुपए मंडी टैक्स के रूप में बिजयनगर कृषि मंडी को इनकम होती है. उसके बावजूद भी सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता है, जिसको लेकर किसानों में भारी रोष व्याप्त है. 


Reporter- Ashok Bhati