Nasirabad News, Ajmer: बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं और किसी भी देश की बुनियाद उनके कंधों पर टिकी होती है, लेकिन पीसांगन उपखंड क्षेत्र के शिवपुरा में मजबूरी के चलते यह भविष्य ट्रेलर चालकों के भरोसे है और उनकी दया पर ही आगे बढ़ रहा है. 


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शिवपुरा निवासी शौकीनसिंह रावत के मुताबिक, शिवपुरा से कई विद्यार्थी करनोस स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्यनरत है. रावत ने बताया कि सरकारे प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय को जिला मुख्यालय से रोड़वेज बस सेवा से जोड़ने के सपने देखते हुए लंबे जोड़े वायदे करती हैं, लेकिन आजादी के 75 वर्ष बाद भी सीमावर्ती ग्राम पंचायत मुख्यालय करनोस आज भी रोड़वेज बस सेवा से महरूम है. 


शौकीन सिंह रावत ने बताया कि रास मांगलियावास हाइवे पर स्थित करनोस और शिवपुरा गांव से पाली जिले के रास्ते में स्थित सीमेंट फैक्ट्री से सीमेंट लेने जाने और सीमेंट लेकर आने वाले ट्रेलर ही फिलहाल आवागमन का साधन है. 


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इन पस्थितियों में शिवपुरा से करनोस विद्यालय में अध्ययन के लिए जाने वाले विद्यार्थियों के लिए यह ट्रेलर ही मजबूरी में एक मात्र सहारा है. कई चालक मानवीयता अपनाते हुए विद्यालय आने-जाने वाले भारत के भविष्य पर दया कर सहारा देते हुए गंतव्य तक छोड़ देते हैं. 


Reporter- Ashok Bhati