अजमेर: राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मनाया काला दिवस
राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने बताया कि आपातकाल के दौरान उन्होंने भी यातनाएं झेली हैं और इस दौरान लाखों लोगों को सरकार के खिलाफ बोलने पर जेल में डाल दिया गया था.
Ajmer: अजमेर भारतीय जनता पार्टी की ओर से आज आपातकाल के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी शहर ने आपातकाल को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए, इस दिन को काले अतिथि के रूप में लिया हैं. इस मौके पर अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में संगोष्ठी आयोजित की गई इस संगोष्ठी में राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी मुख्य वक्ता रहें. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने बताया कि आपातकाल के दौरान उन्होंने भी यातनाएं झेली हैं और इस दौरान लाखों लोगों को सरकार के खिलाफ बोलने पर जेल में डाल दिया गया था. यह दिन आज भी सभी को याद है और इसे काले दिवस के रूप में हमेशा मनाया जाता रहा है.इस दिन देश के युवाओं को याद दिलाई जाती है कि किस तरह से सत्ता पर काबिज होने के लिए सरकार ने सभी नेताओं को जेल में डालने के साथ ही संवैधानिक अधिकारों का हनन किया था. इस दौरान देखने को मिली लोग बाहर भी नहीं निकल पा रहें थे और कई चीजों की समस्याएं जनता के सामने आ गई थी.
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वही इस मौके पर पंचम तिवारी ने ईडी वह संवैधानिक संस्थाओं द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से पूछताछ व जांच किए जाने पर भी तंज कसा, उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकारों द्वारा जबरन लोगों को परेशान किया जाता था और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 20 साल पहले झूठे मुकदमे दर्ज करते हुए, जांच कमेटी भी मिठाई गई थी, जिसने आज उन्हें निर्दोष साबित किया हैं. उन्होंने कहा कि मोदी कभी जांच से घबराए नहीं और हमेशा जांच के लिए अपना समर्थन दिया,लेकिन आज पूछताछ के बाद जिस तरह का देश में माहौल बनाया जा रहा हैं वह निराशाजनक है. इस संगोष्ठी में सांसद भागीरथ चौधरी, विधायक वासुदेव देवनानी के साथ ही शहर अध्यक्ष व पूर्व महापौर भी मौजूद रहें.
Reporter - Ashok Bhati
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