REET पर बेरोजगारों का आंदोलन, Upen Yadav बोले- रीट का डाटा किया जाए सार्वजनिक
रीट परीक्षा (REET) को लेकर आंदोलन कर रहे राजस्थान बेरोजगार महासंघ एकीकृत के अध्यक्ष उपेन यादव (Upen Yadav) ने आज अजमेर (Ajmer News) पहुंचकर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. महासंघ के प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांग की है कि बोर्ड के निवर्तमान अध्यक्ष डीपी जारोली (DP Jaroli) को गिरफ्तार किया जाए
Ajmer: रीट परीक्षा (REET) को लेकर आंदोलन कर रहे राजस्थान बेरोजगार महासंघ एकीकृत के अध्यक्ष उपेन यादव (Upen Yadav) ने आज अजमेर (Ajmer News) पहुंचकर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. महासंघ के प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांग की है कि बोर्ड के निवर्तमान अध्यक्ष डीपी जारोली (DP Jaroli) को गिरफ्तार किया जाए और इसी के साथ इस महत्वपूर्ण परीक्षा (REET Exam 2021) का जो डाटा अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है, उसे सार्वजनिक किया जाए ताकि इस परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को उजागर किया जा सके.
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महासंघ के अध्यक्ष उपेंद्र यादव (Upen Yadav On REET) और उनके साथ गए शिष्टमंडल ने बोर्ड के बाहर प्रदर्शन के बाद बोर्ड की सचिव मेघना चौधरी से मुलाकात की और अपनी मांगों के संबंध में एक ज्ञापन उन्हें सौंपा इस अवसर पर उपेन यादव ने कहा कि रीट परीक्षा (REET Paper Leak) में जिस तरह से गड़बड़ियां हुई हैं. उससे प्रदेश भर का बेरोजगार (Unemployed) परेशान हैं, और इस परीक्षा (REET Level 1) में गड़बड़ियां करने वाले तमाम लोगों के चेहरे बेनकाब होना जरूरी है.
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उपेन यादव (Upen Yadav On DP Jaroli) ने इस पूरे प्रकरण में बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डीपी जारोली को निशाने पर लेते हुए कहा कि जारोली के संरक्षण में ही यह पूरा खेल हुआ था और ऐसी स्थिति में जारोली की गिरफ्तारी नहीं होना इस बात की तरफ इशारा कर रहा है कि रीट (REET Exam) में चिट के इस खेल में प्रभावशाली लोगों को बचाने का काम किया जा रहा है. उपेन यादव ने कहा कि रीट परीक्षा में एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों (REET Candidates) के 135 से अधिक मार्क्स आने की सूचनाएं मिल रही है, जो बेहद गंभीर मामला है. ऐसी स्थिति में बिना सीबीआई जांच (CBI Probe In REET) के सच सामने नहीं आ सकता. उपेन यादव ने सरकार से भी मांग की है कि वह अपनी हठधर्मिता को छोड़कर युवा बेरोजगारों के पक्ष में सकारात्मक निर्णय लें और इस परीक्षा की जांच सीबीआई को सौंपा.