Nagaur: राजस्थान के नागौर जिले में बीते चार दिनों से लगातार बरसात का दौर जारी रहा है. बरसात की वजह से डीडवाना स्थित डीडवाना नमक झील की तीन हजार क्यारियों में पानी भर गया है. नमक की क्यारियों में बरसाती पानी भरने से नमक उत्पादन पर एक महीने तक का ब्रेक लग गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें- Nagaur Crime: दुष्कर्म के आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत, मचा हड़कंप


नमक उत्पादकों और नमक श्रमिकों के अरमान मावठ की बरसात में धुल गए हैं. नमक की क्यारियों में काम करने वाले नमक श्रमिक क्यारियों में बरसाती पानी भरने के कारण अपने-अपने घर लौट गए हैं. गौरतलब है कि अब 15 दिन तक इस बरसाती पानी को निकालकर क्यारियों को साफ किया जाएगा. जिसके बाद झील का खारा पानी इसमें डाला जाएगा. अगले एक महीने बाद कहीं जाकर यह पलाव नमक श्रमिकों के हाथ में आएगा. साथ ही क्यारियों में फिर पलाव शुरू हो सकेगा. 


बरसात के कारण नमक उत्पादन ठप


मावठ की बारिश होने के बाद नमक उत्पादन लगभग ठप हो गया है. सर्दी के दिनों में नमक उत्पादन काफी धीमी गति से होता है. गर्मी के मौसम में  10 से 15 दिनों के बीच नमक क्यारियों से निकलकर बाहर आ जाता है. वहीं सर्दियों में नमक उत्पादन में लगभग एक महीने का समय लगता है. मावठ की बारिश से क्यारियों में पड़ा नमक खत्म हो गया है. अब नमक उत्पादन नहीं हो पाएगा. मावठ की बरसात से किसानों की फसलों को भले ही फायदा हुआ हो मगर नमक उत्पादकों को काफी बड़ा नुकसान हुआ है.
 
3 हजार से ज्यादा क्यारियों का नमक बहा
 
डीडवाना में 3 हजार से ज्यादा क्यारियों का नमक गल कर बह चुका है. अब नमक उत्पादकों को इंतजार कर फिर से उत्पादन करना पड़ेगा. नमक उत्पादकों के मुताबिक प्रति क्यारी 10 से 15 हजार का नुकसान हुआ है. साथ ही जब तक नमक उत्पादन बन्द रहेगा इसका तीन गुना नुकसान और होगा.


ये भी पढ़ें-  Ajmer: चिकित्सालय में स्थापित किए आधुनिकतम उपकरण और प्लांट, जीवन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम


नमक उत्पादक गोविंदराम का कहना है कि डीडवाना में बारिश के कारण नमक को नुकसान हो रहा है. नमक की क्यारियों में बरसात का पानी भर गया है जिससे पहले से तैयार नमक भी गल गया और अब नया नमक नहीं बनेगा. वहीं नमक उत्पादक शौकत का कहना है कि तीन-चार दिनों से बारिश हो रही है इसकी वजह से नुकसान हो गया है. महीने डेढ़ महीने काम बन्द रहेगा. आने वाले दिनों में कम नमक उत्पादन की वजह से नमक के भावों में बढ़ोतरी भी हो सकती है.