Tonk: राजस्थान (Rajasthan) में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक की आहट के बाद चिकित्सा विभाग (Medical Department) से लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) के निर्देशों के बाद सभी जिलों में इसकी व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने की कवायद तेज हो गई है. टोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने भी सआदत अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट एवं ऑक्सीजन बेड के पॉइंट तक सुचारू रूप से ऑक्सीजन सप्लाई की स्थिति का जायजा लिया.


यह भी पढ़ें- हेल्थ बेनिफिट पैकेज की दरों में वृद्धि को मंजूरी, जटिल बीमारियों में भी होगा निशुल्क उपचार


 


टोंक जिला कलेक्टर चिनमयी गोपाल ने सआदत अस्पताल में कोविड इंतजामों का जायजा लेने के बाद प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी.एल. मीणा को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. आज चिकित्सा विभाग के सभी अधिकारी और डॉक्टर्स अपनी पूरी टीम के साथ ऑक्सीजन प्लांट को पूरी क्षमता के साथ चलाकर जांच करेंगे और देखेंगे कि इसमें किसी तरह का कोई अवरोध तो नहीं आ रहा है. उन्होंने सीएमएचओ को देवली एवं निवाई में भी ऑक्सीजन प्लांट की जांच करने के निर्देश दिए.


दिए गए ये खास निर्देश
जिला कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा है कि जिले के चिकित्सा संस्थानों में मौजूद ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की भी जांच करें. अगर कोई टेक्निकल समस्या आ रहीं है तो उसे शीघ्र ठीक कराएं. उन्होंने सीएमएचओ को कहा कि जिले में जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीनेशन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है, उनका वैक्सीनेशन शीघ्र कराया जाए. इसके लिए ग्राउंड लेवल की मेडिकल टीम को सक्रिय किया जाए. दूसरी डोज से वंचित लोगों के टीकाकरण के लिए डोर-टू-डोर मेडिकल टीमें भेजी जाएं.


Reporter- Purushottam Joshi