Kedki, Ajmer News: अजमेर में  केकड़ी  ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल समस्या से छुटकारा दिलाने के उद्देश्य से सरकार ने जल जीवन मिशन योजना  की शुरूआत की जिसके तहत घर-घर नल कनेक्शन दिया गया. इसके बदले में ग्रामीणों से पैसा लिया गया लेकिन यह योजना गांव के लोगों के लिए अब परेशानी का सबब बन गई है जिसके चलते ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है.


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शहरों की तर्ज पर गांव में पानी की व्यवस्था करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने जल जीवन मिशन योजना शुरूआत की जिसके तहत करोड़ों अरबों रुपए खर्च करके गांवो में पानी की पाइप लाइन बिछाई गई और उससे जलाशय भी बनाए गए. योजना के तहत ग्रामीणों से आवेदन लेकर घर घर नल कनेक्शन दिए गए. इसके बदले में ग्रामीणों से पैसा लिया गया लेकिन यह योजना भी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की प्यास नहीं बुझा पाई.


वही इलाके के ठेकेदार की कथित लापरवाही के चलते सूरजपुरा, छापरी सहित अन्य गांवों में पिछले 10 दिन से पानी सप्लाई की नहीं हो रही है जिसके चलते लोगों को पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है.  ग्रामीण एक बूंद पानी के लिए तरस गए लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए हुए है . जब से यह योजना शुरू हुई है तब से ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति ठीक तरीके से नहीं की जा रही है जिसके चलते महीने में चार या पाच बार ही पानी सप्लाई हो पा रहा है । जलदाय अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा शिकायत की जाती है लेकिन ठेकेदार के आगे जलदाय अधिकारी भी पंगु बने बैठे हैं जिसके चलते लोगों में जलदाय अधिकारियों के खिलाफ भी गहरा आक्रोश है


बुधवार को सूरजपुरा गांव में पहुंचे ठेकेदार के लोगों को ग्रामीणों ने घेरकर जमकर खरी-खोटी सुनाई इस दौरान खासा बवाल खड़ा हो गया तब जलदाय विभाग के सहायक अभियंता भूवन ने आक्रोशित ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि शाम तक पानी सप्लाई हो जाएगा लेकिन पानी नहीं आया जिसके चलते ग्रामीणों ने उपखंड कार्यालय सरवाड़ धरने पर बैठने का निर्णय लिया । दो बूंद पानी के लिए ग्रामीण आज सरवाड़ उपखंड कार्यालय पहुंचकर जलदाय विभाग के खिलाफ धरने पर बैठेंगे.


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