Alwar latest News: राजस्थान के अलवर जिले में गोविंदगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने चल रही लैब संचालकों ने बीसीएमएचओ ने सोमवार को नोटिस जारी किया है. बीएमएचओ डॉ निशि अग्रवाल ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन, बिना डॉक्टर और बिना प्रशिक्षित कार्मिकों के चल रही लैब पर मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी और उपखंड अधिकारी के द्वारा संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई की गई थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- Dungarpur News: डूंगरपुर ICDS ऑफिस परिसर में आंगनवाड़ी शिक्षिका मेला "झिलमिल" का आयोजन, 212 कार्यकर्ताओ ने लिया भाग


 


जिसके बाद लैबों को सील कर दिया था और एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी के प्राप्त निर्देश अनुसार और लैब संचालकों के द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के बाद 10 दिन के लिए लैब संचालन करने की अनुमति इस शर्त पर दी गई थी कि लैब कार्मिक और डॉक्टर से संबंधित सभी दस्तावेज 10 दिन के अंदर मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में लैब संचालक जमा करा देंगे. 



10 दिन बाद भी लैब संचालकों के द्वारा दस्तावेज जमा नहीं कराई गई. इसके बाद आज उनको नोटिस जारी किया गया है. अगर तीन दिवस में संबंधित डॉक्यूमेंट जमा नहीं कराए जाते हैं. लैब और संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी को निरीक्षण में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने संचालित लैब पर डॉक्टर नहीं मिले थे. 



बिना डॉक्टर के ही सभी मरीजों की जांच कर रहे थे. लैब टेक्नीशियन प्रशिक्षित नहीं थे ना ही लैबों पर एक्स-रे टेक्नीशियन पाए गए. निजी लैबों पर सीएचसी की डॉक्टर के द्वारा जांच भेजा जाना रजिस्टर में संधारण पाया गया था. जिसके बाद तीन लैबों को मौके पर सीज किया गया था. 


 



जिसके बाद मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी के द्वारा चार लैब संचालक के खिलाफ गोविंदगढ़ थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई थी. एफआईआर में चार लैब संचालक ऑन और निरीक्षण के दौरान पाए गए कार्मिकों के नाम रिपोर्ट दर्ज कराई थी.