Alwar Big News: राजस्थान के अलवर जिले में ग्रामीण डाक सेवा के आवेदनों में फर्जीवाड़े का बड़ा खेल सामने आ रहा है. भर्ती में मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन होना है. ऐसे में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने दसवीं टॉपर की फर्जी मार्कशीट बनाकर आवेदन किए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 



अलवर के मोती डूंगरी स्थित डाक विभाग में पहुंचे एक आवेदक को प्रवर अधीक्षक जब्बार खा ने पकड़ लिया और फर्जीवाड़ा पाए जाने पर मूल दस्तावेज लाने के लिए कहा. जिसपर वह मौके से फरार हो गया. जिसके बाद प्रवर अधीक्षक द्वारा कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया गया. 


 



डाकघर के प्रवर अधीक्षक जब्बार ने बताया कि आरिफ खान पुत्र जाकर खान की मार्कशीट उनके सामने आई. जिसमें दसवीं में 100% अंक थे. उसने वर्ष 2014 में आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय बिचगांवा लक्ष्मणगढ़ से दसवीं उत्तीर्ण की थी. मार्कशीट में फर्जीवाड़े का संदेह होने पर युवक से पूछा कि आपका दसवीं में 100% अंक है, तो आईएएस की तैयारी क्यों नहीं कर रहे. 


 



जिसपर उस से अन्य दस्तावेज मांगे तो उसमें घर से लाने की बात कही. जिसके बाद वह मौके से फरार हो गया. वहीं वास्तविकता में राजस्थान बोर्ड की वेबसाइट पर उसके 51.50% अंक थे. इसके बाद प्रवर अधीक्षक ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया. आपको बता दें कि डाक विभाग की पिछली भर्ती में भी जिले में फर्जीवाड़ा मिला था. 


 



इस बार मामले में विभाग की ओर से पांच अभ्यर्थियों के खिलाफ फर्जी मार्कशीट से नौकरी पाने का मामला थाने में दर्ज कराया था. पकड़े गए पांचों अभ्यर्थियों ने तमिलनाडु से दसवीं पास की फर्जी मार्कशीट लगाई थी. बाद में दस्तावेजों की जांच में मामला उजागर होने पर उनकी जॉइनिंग रोक कर मामला दर्ज कराया गया था.


यह भी पढ़ें- Bhilwara News: डिप्टी CM दीया कुमारी ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा का किया अनावरण