Alwar News: मजदूर किसान शक्ति संगठन एवं लोकतंत्र शाला की ओर से ब्यावर के समीप नरबदखेड़ा स्थित आवंटित जमीन पर जश्ने संविधान लोकतंत्र एवं आरटीआई महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें देश के पहले आरटीआई संग्रहालय का शिलान्यास धूमधाम के साथ किया गया. समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मदन बी. लोकुर, ओडिशा उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एस. मुरलीधर ने निर्मित होने वाले संग्रहालय की आधारशिला रखी. 

 

इस मौके पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर भी ऑनलाइन रूप से इस समारोह के साक्षी बने. कार्यक्रम में ब्यावर सहित देशभर से आए गणमान्य लोगों सहित जिला प्रशासन तथा मजदूर किसान शक्ति संगठन से जुड़े कार्यकर्ता आदि मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान सबसे पहले लोकतंत्र शाला से जुड़े लालसिंह ने संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई और संविधान बचाने का आह्वान किया. संविधान की शपथ के बाद राधा रमन हेला ख्याल पार्टी की ओर से हेला गायन किया गया. 

 

जिसमें सूचना के अधिकार आंदोलन और ब्यावर के इतिहास को हेला के माध्यम से दोहराया गया. पूर्व न्यायाधीश लोकुर ने संविधान को बचाने पर जोर देते हुए कहा कि हम सबकी यह जिम्ममेदारी है कि मिलकर संविधान को सुरक्षित रखें. पूर्व मुख्य न्यायाधीश मुरलीधर ने कहा कि समता एक प्रमुख संवैधानिक मूल्य है, जिसे ना केवल सार्वजनिक जीवन में बल्कि निजी जिंदगी में भी अपनाना होगा. तभी हम देश को आगे ले जा पाएंगे. उन्होंने कहा कि आज भी हमारे समाज में गैर बराबरी है जो अस्तित्व में है. उसे हमें हर हालत में मिटाना होगा.