Mundawar: अलवर जिले मुंडावर विधानसभा क्षेत्र के कमांडो की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. कमांडो सुनील दिल्ली से घर आ रहा था. वह बुआ के लड़के के साथ गाड़ी में था. घर पहुंचने से पहले ही गाड़ी के अनियंत्रित होने से दोनों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई.


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मिली जानकारी के अनुसार, मृतक कमांडो सुनील गृह मंत्री अमित शाह के पर्सनल सिक्योरिटी टीम में शामिल थे. कमांडो सुनील (CISF जवान) की सड़क हादसे में मौत खबर फैलते ही क्षेत्र में मातम छा गया.


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बताया जा रहा है कि सुनील 8 अक्टूबर को वो दिल्ली से अपने घर अलवर आ रहे थे. उनके साथ रेवाड़ी (हरियाणा) निवासी उनकी बुआ का लड़का भी था. इस हादसे में दोनों की मौत हो गई. हादसा रात करीब साढ़े ग्यारह बजे अलवर के बहरोड़ इलाके के करोड़ा गांव में हुआ था.


बुआ के बेटे के साथ आ रहे थे अपने घर
जानकारी के अनुसार, 29 वर्षीय सुनील यादव अलवर जिले के मुंडावार थाने के महनपुरबास के रहने वाले थे. अपने साले की गाड़ी में दिल्ली से अलवर के लिए निकले थे. रास्ते में करोड़ा गांव के पास अचानक कोई जानवर कार के आगे आ गया. तभी कार पलट गई. इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोग उन्हें बहरोड़ के सरकारी हॉस्पिटल ले गए. वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया था.


 


रविवार को सुनील यादव का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. अब यह जानकारी सामने आई है कि सुनील गृहमंत्री की पर्सनल सिक्योरिटी टीम में शामिल थे. 



भर्ती के कुछ समय बाद ही बन गए थे कमांडो
सुनील यादव 2011 में CRPF में बतौर सैनिक शामिल हुए थे. कुछ समय बाद उन्हें कमांडो बना दिया गया था. वे ढाई साल से गृहमंत्री शाह की सिक्योरिटी में थे. अमित शाह के हर दौरे और कार्यक्रम में फ्रंट पर नजर आते थे.सुनील को आसपास के गांवों के लोग सुनील फौजी के नाम से जानते थे. वह गांव के युवाओं को भी आर्मी में जाने के लिए मोटिवेट करते थे.


Reporter- Jugal Kishor


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