जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल पहुंचे बानसूर, पुलवामा पर कही ये बड़ी बातें
Alwar: जवान शहीद हुए वो सरकार की गलती से हुए. लेकिन मुझे चुप रहने के लिए कहा गया. पुलवामा हमला हमारी गलती से हुआ था,यह कहना है जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का.
Alwar: पूर्व राज्यपाल ने कहा कि जब पुलवामा में हमारे 40 जवान शहीद हुए, तब मैं कश्मीर में ही था और वहा गवर्नर था. दुर्भाग्य ये है कि सीआरपीएफ के जवान जब मूव करते हैं तो ये हमको ख़बर नही देते हैं. होम मिनिस्ट्री को ख़बर देते हैं. हजार से ज्यादा जवान थे और इनको सड़क मार्ग से जाना ठीक नही था. उन्होनें होम मिनिस्ट्री को कहा कि हमे पांच जहाज दे दिए जाएं, तो जम्मू से श्रीनगर चले जाएं. लेकिन चार महीने तक उनका प्रार्थना पत्र होम मिनिस्ट्री में पड़ा रहा. अंत में उनको सड़क मार्ग से चलना पड़ा.
प्रधानमंत्री यूपी में शूटिंग करवा रहे थे
उन्होनें कहा कि घटना के दूसरे दिन मैं मौके पर गया, वहां उस हाइवे पर दस सड़के आकर मिलती है. लेकिन वहा कोई जिप्सी नहीं, लापरवाही से हमने अपने बच्चों को मरवा दिया. उस दिन प्रधानमंत्री यूपी में शूटिंग करवा रहे थे. जब वहां से निकले तो उनका फोन आया तो कहा कि सतपाल क्या हुआ है,तो मैंने उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी और उनसे कहा कि हमारी गलती से जवान मारे गए हैं. इससे पहले मैंने 2 चैनल को इंटरव्यू में बोल भी दिया था.
आप इस मामले पर चुप रहो
इस बात पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आप चुप रहो.इस मामले पर कुछ भी मत बोलो और इसके 2 घंटे बाद ही मुझे नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने पूछा तो मैंने उनको घटना की जानकारी. अजीत डोभाल ने भी मुझसे यही कहा कि आप इस मामले पर चुप रहो. आपने पहले ही दो चैनलों को बोल दिया लेकिन अब आगे मत बोलिए.
जांच अभी तक नहीं हुई
राज्यपाल ने कहा कि मैंने समझा कि यह लोग इसकी जांच करवाएंगे या पाकिस्तान की तरफ मोड़ देंगे. लेकिन आज तक पुलवामा हमले की जांच नहीं हुई. इन लोगों ने हमारे जवानों की लाशों पर खड़ा होकर चुनाव लड़ा है. इसकी पूरी जांच नहीं करवाई गई अगर इसकी जांच होती तो होम मिनिस्टर का इस्तीफा होता. कई अफसरों को जेल होती और बहुत बड़ा फसाद होता.लेकिन उस मामले की जांच अभी तक नहीं हुई है.
वहीं, सतपाल मलिक के बानसूर पहुंचने पर क्षेत्रवासियों ने पूर्व राज्यपाल का जोरदार स्वागत किया.इस दौरान पूर्व राज्यपाल फतेहपुर गांव में राम दरबार मूर्ति स्थापना समारोह में शामिल हुए.
Reporter-r-Arun Vaishnav