राजस्थान के इन चार नेताओं को छोड़नी पड़ेगी सांसदी, अब मिलने जा रही बड़ी जिम्मेदारी
राजस्थान में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब सत्ता भाजपा के हाथ में आ गई है, लेकिन इस सत्ता का मुखिया कौन होगा इसे लेकर जयपुर से लेकर दिल्ली तक दौड़ भाग जारी है. इसी बीच सबसे ज्यादा चर्चाएं राजस्थान के 7 सांसदों की हो रही है, जिन्में से 4 ने इन चुनाव में जीत दर्ज की.
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब सत्ता भाजपा के हाथ में आ गई है, लेकिन इस सत्ता का मुखिया कौन होगा इसे लेकर जयपुर से लेकर दिल्ली तक दौड़ भाग जारी है. इसी बीच सबसे ज्यादा चर्चाएं राजस्थान के 7 सांसदों की हो रही है, जिन्में से 4 ने इन चुनाव में जीत दर्ज की. हालांकि अब इन सांसदों को सांसदी छड़नी पड़ेगी, क्योंकि अब ये विधायक बन गए हैं. इनमें दो मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में से भी है.
ये सांसद हारे चुनाव
दरअसल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ा दांव खेलते हुए सात सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था, जिनमें से किरोड़ी लाल मीणा, दीया कुमारी, बाबा बालक नाथ और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ चुनाव जीतने में कामयाब रहे, जबकि देवजी पटेल, नरेंद्र कुमार और भागीरथ चौधरी को हार का सामना करना पड़ा. इनमें में दीया कुमारी ने सबसे बड़े मार्जिन से जीत दर्ज की. दीया कुमारी ने कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल को तकरीबन 70,000 मतों के अंतर से शिकस्त दी, जबकि किरोड़ी लाल मीणा भी 20,000 मतों से अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी को शिकायत देने में कामयाब रहे, हालांकि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को अपनी सीट निकालने के लिए थोड़ा संघर्ष करना पड़ा, लेकिन बाद में वो भी बड़े अंतर से जीतनें में कामयाब रहे.
मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
इन चुनावों में जीत दर्ज करने वाले बाबा बालक नाथ, किरोड़ी लाल मीणा, दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को प्रदेश सरकार में अहम और बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. दीया कुमारी और बाबा बालक नाथ का नाम मुख्यमंत्री के रेस में भी सबसे आगे चल रहा है, लिहाजा ऐसे में अगर इन्हें मुख्यमंत्री का पद नहीं मिलता है तो केंद्रीय नेतृत्व कोई बड़ी जिम्मेदारी भी सौंप सकता है.