Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार बंद होने से कुछ घंटे पहले एक बार फिर लाल डायरी का जिन्न बाहर आ गया है. राजस्थान में सियासी तुफान लाने वाली कथित लाल डायरी का एक और पन्ना सोशल मीडिया पर चर्चा में आया है. इस पन्ने में सोनिया गांधी के भाई के नाम का भी जिक्र है. वहीं दूसरी ओर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी लाल डायरी के भ्रष्टाचार के जरिए एक बार फिर राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मरूधरा के महासमर में कांग्रेस और बीजेपी जमकर एक दूसरे पर प्रहार कर रहे हैं. प्रदेश में लाल डायरी चुनावी मुद्दा बनी हुई है. बीजेपी नेता लगातार लाल डायरी को लेकर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रह हैं. सियासी तुफान का कारण बनी लाल डायरी का एक और पन्ना सोशल मीडिया पर चर्चा में आ रहा है. इसमें लिखा है - शाम को सेंट्रल पार्क घूम कर आया. वहां करण राठौर और राधेश्याम सिंह तंवर मिले. 8 बजे बलजीत यादव MLA बहरोड आए. बोले - हम 9 निर्दलीय विधायक हैं. इसमें बलजीत यादव, कांति मीणा, लक्ष्मण मीणा, सुरेश टांक, ओम प्रकाश हुड़ला, रमिला खड़िया, राजकुमार, खुशवीर सिंह जोझावर ने सीएम साहब से समय मांगा है. यह कहने के लिए, कि धर्मेंद्र राठौर को आप अधिकृत कर दो, हमारे काम के लिए. दूसरा वसुंधरा जी ने कुछ विधायकों को अपने घर बुलाया और यह सीएम साहब को बता दिया. फिर महेंद्र सिंह डिगरणा की पुत्री की शादी समारोह में शिरकत की. बारात में गुजरात से आई थी उसके बाद शंकर सिंह मनोहर के पुत्र की शादी का रिसेप्शन अटैंड किया.


सीएम के ओएसडी शशिकांत शर्मा को सोनिया गांधीजी के भाई की मुलाकात का समय तय करने के लिए कहा. सोनिया गांधीजी का भाई होटल शिव विलास के मालिक के पुत्र के विवाह समारोह में जयपुर आए. लाल डायरी के पन्ने में सोनिया गांधी के भाई का नाम होने से एक बार फिर सियासी हलचल मच गई है.
दूसरी ओर जयपुर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लाल डायरी का जिक्र करते हुए कहा कि लाल डायरी भ्रष्टाचार का प्रतीक हुआ है. दीपावली की डायरियां निकली है, आज सबसे कम है तो लाल डायरी की डिमांड कम है. सबको डर है कि शुभकमानाओं के लाल डायरी दूंगा तो भ्रष्टाचार का प्रतीक न माना जाए. कई सारे गबन का मामले यहां तक सचिवालय में दो करोड 35 लाख रुपए एक किलो सोना निकला. पूरे आजाद भारत के इतिहास में कहीं ऐसा नहीं हुआ कि मंत्रालय की अलमारी से दो करोड 35 लाख कैश एक किलो सोना मिल जाए. मगर गहलोत साहब का रिएक्शन देखा था उस दिन उनके चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिखाई दी.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लाल डायरी और महादेव एप्प की न्यायिक जांच करवाने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि जांच करवाइए किसने रोका है. लाल डायरी की जांच होनी चाहिए उसमें कितना भ्रष्टाचार हुआ है और भ्रष्टाचार के और कितने मामले हैं उनका खुलासा होना चाहिए.


गौरतलब है कि विधानसभा में लाल डायरी के मुद्दे पर राज्य के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता देखना पड़ा था. कुछ दिन पहले लाल डायरी के पन्ने सामने आए थे, जिनमें सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का नाम सामने आया था. इन पन्नों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के हवाले से लिखा गया था कि ''पापा इसलिए वापस सरकार नहीं बना पाते हर बार, इस बार भी में लिखकर दे सकता हूं सरकार बुरी तरह हारेगी. '' डायरी में यह भी लिखा है कि ''सरकार के हारने का कारण वे (सीएम गहलोत)'' स्वयं हैं. वे अधिकारियों से ऐसे घिर जाते हैं कि उन्हें राजनैतिक व्यक्ति बहुत बुरा लगने लग जाता है. '' ये उसी डायरी के पन्ने बताए जा रहे हैं जिस डायरी को पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में लहराया था. गुढ़ा का दावा है कि इस डायरी को वे धर्मेन्द्र राठौड़ के घर से उस दिन लेकर आए थे जिस दिन उनके आवास पर ईडी की रेड पड़ी थी.
लाल डायरी को लेकर सियासी हल्कों में चर्चा शुरु हो गई है कि आखिर एक एक पन्ने बाहर निकल रहे हैं और एक एक रहस्य बाहर आ रहे हैं. अब देखना यह है कि क्या मतदान के दिन तक कुछ और राज बाहर आते हैं या नहीं.


ये भी पढ़ें- 


EX CM Hiralal Devpura : राजस्‍थान का 15 दिन वाला मुख्यमंत्री, कुर्सी तक पहुंचने और इस्तीफा देने की कहानी है दिलचस्प


Rajasthan Chunav 2023 Live: चुनावी नैया पार कराने के लिए दिग्गज आज झोंकेंगे ताकत, पढ़ें पल-पल अपडेट