Alwar News: अलवर जिले के थानागाजी विधानसभा सीट पर बगावत के सुर सुनाई देने लगे है. थानागाजी में रोहतास घाघल भाजपा युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष व किसान मोर्चा में जिला प्रभारी के पद पर रहे है. फिलहाल में बीजेपी के पार्षद हैं. बुधवार को उन्होंने अलवर के भर्तृहरि बाबा के मंदिर में ढोक दी, पूजा अर्चना की. इसके बाद आसपास के गांव में पहुंच करके जनसंपर्क किया. थानागाजी से दावेदारी की थी. लेकिन टिकट नहीं मिला.


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2018 के विधानसभा चुनाव में जब हेमसिंह भड़ाना का टिकट कटा तो वो भी बागी हुए थे और चुनाव लड़ा था. जब वह बागी हुए तो भाजपा ने उनका टिकट देकर के वापस थानागाजी भेजा है. जो बाहरी प्रत्याशी है. थानागाजी स्थानीय प्रत्याशी को जीतना चाहती है. रोहताश ने बताया कि थानागाजी की जनता ने खड़ा किया है. बार-बार एक व्यक्ति को ही टिकट देकर थानागाजी की जनता परेशान हो गई है. पूर्व मंत्री के बेटे पर मारपीट और रेप के आरोप है. थानागाजी की जनता अच्छी छवि में समझ में काम आने वाले व्यक्ति को आगे लाना चाहती है. मैं मेरे क्षेत्र की जनता के साथ हुए जनता जैसा निर्णय करेगी वैसा मान्य होगा.


अब सब ने तय किया है कि चुनाव लड़ना है. यहां दो नेता हेमसिंह भड़ाना और कांति मीणा ही हमेशा बदल-बदल कर विधायक रहे हैं. इस बार जनता थानागाजी में स्थानीय प्रत्याशी नया और युवा चेहरा चाहती है .इसलिए मैंने थानागाजी में निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की. पूर्व में रोहिताश पूर्व मंत्री हेमसिंह भड़ाना के खास कार्यकर्ताओं में गिनती होती थी. परंतु आपसी वर्चस्व के चलते और मनमुटाव के कारण दोनों में कलह की स्थिति उत्पन्न हो गई और अब दोनों ही पूर्व मंत्री हेमसिंह भड़ाना और रोहिताश थानागाजी क्षेत्र के अंदर अपना वर्चस्व दिखाने में अड़े हुए हैं.


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