Baran news: बारां शहर में हो रहे निर्माण कार्यों की जिम्मेदारों की ओर से प्रभावी मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है.  इसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ता है.  शहर की प्रमुख सड़कें खस्ताहाल में हैं. उन पर बनाए गए नाले-नालियां खुली पड़ी हैं. जिससे आए दिन वाहन गिरने से दुर्घटनाएं हो रही हैं. फिर भी जिम्मेदार आंखे मूंदे बैठे हैं. अधिकारियों और संवेदकों की यह लापरवाही किसी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है.


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निर्माण कार्य में दिखी  लापरवाही
बारां शहर में 40 करोड़ की लागत से कोटा रोड़ बंमूलियां से लेकर नियाना जंक्शन तक सिटी फोरलेन का नवीनीकरण कार्य चल रहा है. लेकिन संवेदक की ओर से निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है.  कुछ जगह सड़क का खस्ताहाल हिस्सा बिना मरम्मत के ही छोड़ी जा रही है. इसी प्रोजेक्ट के तहत चारमूर्ति चौराहे के पास नाले पर आधे हिस्से पर तो सड़क बनाकर ढ़कान की जा चुकी है, तो काफी बड़ा हिस्सा बिना ढाकान के ही छोड़ रखा है.जिसके कारण यहां आए दिन वाहन नाले में गिरने से दुर्घटनाएं हो रही है.


नाले  ढ़कान नही होने से दुर्घटना हो रही है
वाहनों में टूटफूट होने से लोगों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. इसी तरह शहर के तेल फैक्ट्री से बाबजी नगर रोड़ पर भी नाले पर पूरी तरह ढ़कान नहीं की गई. लंबे समय से नाला बिना ढ़कान के छोड़ रखा है. जिससे आए दिन दुर्घटना हो रही है. लेकिन जिम्मेदार विभाग के अधिकारी संवेदकों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है.


जल्द से जल्द कोई कार्रवाई 
आए दिन हो रहे  दुर्घटना अब लोगों के लिए चिंता की विषय बन गया है, लेकिन ऐसा लग रहा जिम्मेदार आंखे मूंदे बैठ गए हैं. लोगों का कहना है की अधिकारियों की यह लापरवाही जल्द ही किसी बड़ी  दुर्घटना का कारण बन सकती है. अधिकारियों और संवेदकों  जल्द से जल्द कोई कार्रवाई करनी पडेंगी. 


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