Baran: बारां जिले के छबड़ा क्षेत्र में पार्वती और छीपाबड़ौद क्षेत्र में जोरदार उफान से मंगलवार तड़के से ही दर्जनों गांव टापू बन गए थे. छबड़ा क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में पार्वती नदी का पानी घुस गया. दोपहर तक इन गांवों तक प्रशासन मदद तक नहीं पहुंचा पाया. जिला प्रशासन ने बाढ़ पीडितों की मदद के लिए कोटा से सेना बुलाई. बाद में सेना के हेलीकाप्टर से दो दर्जन से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया. पार्वती और परवन नदी में अथाह पानी पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में जोरदार बारिश होने से आया था. शाम को इन दोनों ही नदियों में पानी का स्तर कम होने लगा था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

छबड़ा क्षेत्र के पार्वती नदी का पानी क्षेत्र के खुरई, गोडिया मेहर, गोडियाचारण, चौकी, बटावदा पार, नीमथूर, अरनियापार, कराडिय़ा, अकोदियापार, बदनवास, धोलाड़ा, खुरई समेत एक दर्जन से अधिक गांवों में पहुंच गया था. जिससे गांव टापू बन गए। दोपहर तक इन गांवों में किसी भी प्रकार भी मदद नहीं पहुंचाई जा सकी. दोपहर बाद शाम को.एनडीआरएफ व एसडीआरफ की मदद सेे लोगों को सुरक्षित निकाला गया.


जिला कलक्टर नरेन्द्र गुप्ता व एसपी कल्याणमल मीना कवाई के निकट अंधेरी नदी की पुलिया पर तीन से चार फीट पानी से न तो छबड़ा और न ही छीपाबड़ौद पहुंच सके. बाद में इन अधिकारियों ने कवाई से ट्रेन पकड़ी और ये अधिकारी छबड़ा के निट मोतीपुरा रेलवे स्टेशन पहुंचे.


दूसरी ओर छीपाबड़ौद क्षेत्र के पथरी गांव में फंसे लोग जल स्तर कम होने तथा रेस्क्यू टीम के पहुंचने के बाद गांव से बाहर निकले. यह लोग पूरी रात छतों पर डेरा डाले रहे। पेयजल व भोजन के प्रबंध नहीं होने से पूरी रात इनकी आंखों में ही कटी. इस गांव के लोगों ने कई महिलाओं व बच्चों को सोमवार रात ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की मदद से बाहर निकाल लिया था.


जिला कलेक्टर नरेन्द्र गुप्ता का कहना है की छबड़ा क्षेत्र के चार-पांच गांवों से हेलीकाप्टर की मदद से गांवों में बाढ़ में फंसे लगभग दो दर्जन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने तथा उनके भोजन आदि के प्रबंध भी किए जा रहे हैं. अभी किसी प्रकार की जनहानि के कोई समाचार नहीं है.


Reporter- Ram Mehta


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


यह भी पढ़ें: OBC आरक्षण विसंगति: सूरतगढ़ में 600 अभ्यर्थी कर रहे आंदोलन, MLA का हरीश चौधरी पर आरोप


यह भी पढ़ें: रणथंभौर टाइगर रिजर्व में फुल डे और हाफ डे सफारी बंद, होटल व्यवसाय को झटका