Atru, Baran News: बारां के अटरू कस्बे की कृषि उपज मंडी में स्थित नीलामी शेड पर व्यापारियों का माल जमा होने से किसान संगठनों ने विरोध जताया. इस पर व्यापारी और किसान आमने-सामने हो गए. मंडी सचिव ने पुलिस को मामले की सूचना दी. घटनाक्रम के बाद मंडी सचिव ने व्यापारियों से शेड से माल हटाने के लिए 3-4 दिन का समय दिया, तो व्यापारियों ने माल हटाने से साफ मना कर दिया, जिसके बाद मंडी सचिव ने अनिश्चित काल के लिए मंडी बंद की घोषणा कर दी. व्यापारी मंडी के 25 ढेरों की नीलामी बाद धान मंडी से बाहर आ गए. 


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किसान संघ व किसान पंचायत के प्रतिनिधियों ने व्यापारियों पर हिटलर शाही का आरोप लगाया है. वहीं, व्यापारियों का कहना है कि मंडी सचिव ने आक्रामक लहजे में सभ्रांत व्यापारियों से वार्ता की, जिससे व्यापारियों में आक्रोश है. घटनाक्रम दौरान पहुंचे भारतीय किसान संघ के संभाग अध्यक्ष विक्रम सिंह सिरोहिया, राजस्व प्रमुख रघुवीर वैष्णव, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण शर्मा, नगर अध्यक्ष पप्पू गोठवाल, किसान महा पंचायत के राजेंद्र राठौर, योगेश शर्मा ने मंडी सचिव को किसानों के शेड पर व्यापारियों का कब्जा हटवाने को लेकर ज्ञापन दिया.


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 इधर मंडी व्यापारियों के हवाले से अध्यक्ष नवल सिंघल ने कहा कि शेड में चालानी माल है, किसी का स्थाई कब्जा नहीं है. किसान संघ के आरोप बेबुनियाद हैं. वहीं, मंडी सचिव मनोज मीणा ने बताया कि जब तक व्यापारियों का माल नीलामी शेड से नहीं हटता, जब तक मंडी को अनिश्चितकाल के लिए बंद किया गया है. 


व्यापारियों को नोटिस जारी किए हैं. व्यापारियों की ओर से 200 ग्राम माल ज्यादा तोलने का भी किसान संगठनों ने विरोध किया है. मंडी सचिव ने बताया कि मई महीने की इतनी तेज धूप व बारिश से बचाव के लिए किसानों के लिए टीन शेड करवाए है, जिन पर व्यापारियों ने कब्जा जमा लिया है. कई बार नोटिस देने के बावजूद माल नहीं हटा रहे, जिसकी वजह से किसान खुले में माल का ढेर लगाने को मजबूर हैं.


पिछले कुछ दिनों में बारिश आने से कई किसानों को नुकसान भी हुआ है. वहीं, मंडी में अनाज लेकर पहुंचे किसान सुरेश मीना ने बताया कि व्यापारियों ने टीन शेड में मनमाने तरीके से कब्जा जमा रखा है. जबरदस्ती 200 से 300 ग्राम अनाज प्रत्येक बोरी पर ज्यादा ले रहे हैं. विरोध करने पर बोल रहे है कि सभी मंडियों में ऐसा ही होता है.


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मंडी सचिव ने बताया कि इस समय मंडी में सरसों, धनिया, गेहूं, चना, सोयाबीन आदि फसलों की आवक है. प्रतिदिन 3 से 4 हजार बोरी अनाज मंडी में आ रहा है. व्यापारियों के इस रवैए से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मंडी सचिव का कहना है कि जब वो वार्ता करने व्यापारियों के पास पहुंचे तब व्यापारियों की ओर से कहा गया कि मंडी हम चला रहे है और ऐसे ही चलाएंगे.