बांरा में छबाड़ा को जिला बनाने के लिए गहलोत के MLA चढ़े पानी की टंकी पर, 4 घंटे के बाद उतारे
बारां के छबड़ा को जिला बनाने की मांग को लेकर पार्षदों ने टंकी पर चड्कर की नारेबाजी,पुलिस प्रशासन की समझाइश से उतरे नीचे तहसीलदार को सोपा ज्ञापन इस दौरान पार्षदों को पुलिस ने हिरासत ले लिया है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा विधानसभा सत्र में प्रदेश में 19 नए जिलों की घोषणा की गई थी जिन
Baran news: बारां के छबड़ा को जिला बनाने की मांग को लेकर पार्षदों ने टंकी पर चड्कर की नारेबाजी,पुलिस प्रशासन की समझाइश से उतरे नीचे तहसीलदार को सोपा ज्ञापन इस दौरान पार्षदों को पुलिस ने हिरासत ले लिया है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा विधानसभा सत्र में प्रदेश में 19 नए जिलों की घोषणा की गई थी जिनमें छबड़ा को जिला नहीं बनाने को लेकर क्षेत्र के लोगो में काफी रोष है. पालिका पार्षद रोहित अरोड़ा पार्षद रितेश शर्मा पार्षद मनमोहन सेन द्वारा छबड़ा को जिला नहीं बनाने को लेकर रविवार को सुबह 8 बजे से कृषि उपज मंडी में बनी पानी की टंकी के ऊपर चढ़कर छबड़ा को जिला बनाने के लिए नारेबाजी करने लगे.
4 घंटे तक की नारेबाजी
पार्षदो के इस हाईवोल्टेज ड्रामे पर पुलिस व प्रशासन के पहुंचने के बाद पार्षदों से समझाईस की गई. पार्षदों के द्वारा सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक टंकी पर 4 घंटे तक नारेबाजी कर छबड़ा जिला बनाने की मांग करते रहे बाद में पुलिस द्वारा समझाइस कर नीचे उतारा गया .
वही पार्षदों ने मुखमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौप छबड़ा को जिला बनाने की मांग की ज्ञापन में बताया की क्षेत्र के पावर हाउस और राजस्थान की सबसे पुरानी नगर पालिका छबड़ा 1906 में गठित हुई थी. वही छबड़ा क्षेत्र जो की जिला बनने की सम्पूर्ण मापदंडों पर खरा उतरता है.उसे जिला ना बनाकर क्षेत्र की जनता के साथ कुठारघात किया है. छबड़ा विधानसभा क्षेत्र में कुल 51 ग्राम पंचायत होने के बाद मध्यप्रदेश की सीमा के अंतिम छोर पर भी है और यहां जिला मुख्यालय से 110 किलोमीटर तक की दूरी होने के कारण क्षेत्र के आमजन को सरकार से जुड़े कार्य एवं न्याय के लिए लंबी दूरी तय करने के साथ धक्के खाने पड़ते है.
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