Baran News: बारां के आदिवासी क्षेत्र में कुपोषण लगातार बच्चों को अपना शिकार बना रहा है. अकेले शाहाबाद एमटीसी वार्ड में 78 कुपोषित बच्चे भर्ती हुए हैं. वहीं एक ही दिन में 24 कुपोषित बच्चे मिले हैं. बारां जिले के शाहाबाद-किशनगंज में कुपोषित बच्चे लगातार सामने आ रहे हैं. आदिवासी क्षेत्र में हजारों बच्चे कुपोषण का शिकार है.


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अस्पताल में बच्चों की लगातार हो रही भर्ती


एक दिन पहले किशनगंज से 15 कुपोषित बच्चों को बारां एमटीसी में भर्ती कराया है. जहां 30 से अधिक कुल बच्चे भर्ती है. वहीं शाहाबाद सीएचसी एमटीसी में 9 कुपोषित बच्चों को एमटीसी में भर्ती कराया है. यहां भर्ती बच्चों की संख्या 78 पर पहुंच गई है.


शाहाबाद का हाल बेहाल


क्षेत्र में पिछले दिनों कुपोषित बालक का मामला सामने आने के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है. गांव-ढ़ाणी में पहुंचकर बच्चों की जांच की रही है. इस दौरान कुपोषित मिलने पर माल न्यूट्रीशन ट्रीटमेंट सेंटर बारां और शाहाबाद में भर्ती कराया जा रहा है. कुपोषण के शिकार अधिकांश बच्चे आदिवासी समाज है. 


सरकारी योजना का नहीं मिल रहा लाभ


कहने को तो सरकार ने दर्जनों योजना चल रही हैं,  साथ ही दर्जन एनजीओ चल रहे है. हर माह कुपोषण मिटाने के लिए लाखो करोड़ों खर्च किये जा रहे है. कहने को तो अच्छा बच्चों को पोषाहार मिले जिसके के लिए 1500 आंगनबाड़ी केंद्र है. खुशियारा में 50 लाख की लागत की पोषण शाला खोली गई, जिससे बच्चों को ओर माता को अच्छी सब्जी मिल सके.



सरकार की करोडों की कल्याणकारी योजना आदिवासियों के स्वास्थ्य और पोषण को लेकर चलाई जा रही है, लेकिन धरातल पर कही नजर नही आ रही है. कई कुपोषित बच्चों की ग्रामीण क्षेत्र मौत तक हो जाती है और जिम्मेदार विभाग आंकड़ों को छुपाने में लगा रहता है.


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